अखलाक खान के आरोप निराधार, चस्पा किया गया है हिसाब किताब: आसिफ, समाज के बीच में भ्रम पैदा करना एवं बदनाम करने की साजिश
कोरबा। जामा मस्जिद के सेक्रेटरी हाजी अखलाक खान के द्वारा प्रेसवार्ता कर मरकजी सीरत कमेटी के अध्यक्ष मिर्जा आसिफ बेग के विरुद्ध कई आरोप लगाए हैं। इन आरोपों को लेकर मिर्जा आसिफ बेग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनके द्वारा पिछले कार्यकालों में कमेटी के द्वारा किए गए कायों का ब्यौरा समाज के नागरिकों को मध्य रखते हुए सारा हिसाब-किताब चस्पा किया जा चुका है। मिर्जा आसिफ बेग ने बताया कि हाजी अखलाक खान के द्वारा हिसाब-किताब चस्पा होने के बाद भी ऐसे आरोप लगाना समाज के बीच में भ्रम पैदा करना एवं बदनाम करने की साजिश है। समाज को बाटने का प्रयास किया जा रहा है। हाजी अखलाक खान ने उन पर निराधार आरोप लगाते हुए मरकजी सिरत कमेटी को चंदा ना देने की बात कही है। सिरत कमेटी समाज की कमेटी है जो समाज के लिए धार्मिक आयोजन आदि के कार्यों का निर्वाहन करती है। विभिन्न कार्यो कार्यक्रमों में शहर को सजाया जाता है, रैलियाँ निकाली जाती है, समाज के कार्यों में जो खर्च आता है। उस खर्च का वहन समाज के छोटे-छोटे चंदों से आता है। जिसका हिसाब-किताब प्रति वर्ष सार्वजनिक बैठक करके समाज के लोगों को जानकारी दी जाती है और शहर की सारी मस्जिदों में चस्पा किया जाता है। यही सिलसिला वर्षों से चला आ रहा है। अखलाक खान के चंदा न दिये जाने की बात को आवाम ने नकार दिया है। उन्होंने कहा कि हाजी एखलाक खान द्वारा मरकजी सिरत कमेटी को भंग किये जाने की भ्रामक जानकारी मिडिया के माध्यम से समाज के बीच दी गई है। जबकि 11 अगस्त 2023 की बैठक में शहर की आवाम ने मिर्जा आसिफ बेग के पूर्व कार्यकाल में कार्यों की प्रशंसा करते हुये पुन: सीरत कमेटी का अध्यक्ष बनाये जाने पर सहमति दी थी। जिससे नाराज होकर और उनके विरुद्ध अखलाक खान द्वारा लगाये गए आरोपों से फैले हुए रोष से डरकर अखलाक खान मिटिंग से भाग खड़े हुए। उनके चले जाने बाद मेमन जमात ने बैठक की अध्यक्षता की एवं यह फैसला लिया कि इस वर्ष मिलादुन्नबी सारे मस्जिदों के ईमाम की सरपरस्ती में निकाली जायेगी। इस पर विभिन्न कमेटी अपना समर्थन दिया।