अच्छी बारिश से खेती किसानी के अनुकूल हुआ मौसम,रोपा लगाने के काम ने पकड़ा जोर ,किसानों के खिले चेहरे
कोरबा। समय के साथ जिले में मौसम अनुकूल हो गया है और पूरी रफ्तार से बारिश का क्रम बना हुआ है। इससे किसानों की चिंता कम हुई है और खेतों में कृषि कार्य तेज हो गए हैं। खासतौर पर खरीफ सीजन की फसल धान का रोपा लगाने का काम अपेक्षाकृत जोर पकड़े हुए है। कोरबा जिले के अंतर्गत पांच विकासखंडों में 50 हजार से ज्यादा किसान खेती से जुड़े हुए हैं जो आजीविका के लिए मुख्य रूप से इस पर टिके हैं। दूसरे सावन की शुरुआत के साथ बारिश की अच्छी स्थिति ने किसानों को खुश कर दिया है। सभी क्षेत्रों में किसानों और उनके सहयोगियों के द्वारा अपने खेतों में काम करने की तस्वीरें लगातार सामने आ रही है। इधर भू अभिलेख अधीक्षक ने बताया कि 5 अगस्त की स्थिति में कोरबा जिले में 82.4 मिमी वर्षा हुई। इसमें सर्वाधिक 15.4 मिमी वर्षा दर्री में हुई जबकि पसान, कटघोरा और कोरबा तहसील में 10 मिमी से ज्यादा बारिश हुई। जबकि भैसमा, पाली, पोड़ी उपरोड़ा में 8 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज हुई है। परंपरागत खेती की बढ़ी लागत परंपरागत हल की जुताई दर में वृद्धि हो गई है। इसके अलावा मजदूरी दर में हुई वृद्धि का असर खेती कार्य में देखा जा रहा। बीते वर्ष की तुलना में खेती लागत महंगी हुई है। बताना होगा कि खाद व बीज की कीमत में गत वर्ष की अपेक्षा आठ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा जुताई के लिए ट्रैक्टर जहां प्रतिघंटे 100 रूपये था वह बढ़ कर 1400 रूपये हो गया है। वर्षा का समय पर साथ नहीं मिलने कारण पिछड़ी खेती का असर उत्पादन पर पढ़ना तय है।
0 कृषि कार्य का विवरण (हेक्टेयर में)
फसल का नाम- लक्ष्य- प्रगति
धान रोपा- 24400- 21,832
बोता- 51396- 47,947
लेही- 4710- 3,886
कतार- 638- 567