अवैध कनेक्शन की बाढ़, शहर की सुंदरता पर लगा ग्रहण, ट्रांसफार्मर के पास लगे ग्रिप से ही जोड़ दिया है तार
कोरबा। कोरबा वैसे तो ऊर्जाधानी के नाम से जाना जाता है, यहां के पावर संयंत्रों के द्वारा देश-विदेश तक बिजली पहुंचाई जाती है, लेकिन कोरबा जिले में चौपट विद्युत व्यवस्था का हाल किसी से छिपी नहीं है, जहां करोड़ों खर्च करने के बाद भी बिजली गुल होने की समस्या आए दिन बनी रहती है। वही जगह जगह बेतरतीब ढंग से ट्रांसफॉर्मर के पास खुले बिखरे तार दुर्घटना को आमंत्रित करते देखे जा सकते हैं। नगर पालिक निगम अन्तर्गत कोरबा शहर के घंटाघर स्थित चौपाटी के पास स्थित ट्रांसफार्मर की बात करें तो यहां विद्युत विभाग के अधिकारी ट्रांसफार्मर के पास लगे ग्रीफ से ही अवैध कनेक्शन दे दियें हैं। वहीं कई ऐसे कनेक्शन धारी हैं जो कनेक्शन जोडक़र चौपाटी में दुकान चला रहे हैं। जानकारी के मुताबिक चौपाटी में एक कमर्शियल मीटर से लगभग डेढ़ सौ दुकानों में कनेक्शन दिया गया है, वहीं कुछ लोग अवैध कनेक्शन भी लगाए हुए हैं जिस पर विभाग की नजर नहीं पड़ रही है। निगम द्वारा सुंदरता की दृष्टिकोण से लगाए गए लोहे के ग्रिल में लपेटकर कई कनेक्शन धारी अपनी दुकानों तक कनेक्शन ले गए हैं। अगर इस दौरान तारों के आपसी रगड़ में कहीं तार खुल जाती है या स्पार्क हो जाती है तो पूरे लोहे के ग्रिल पर करंट प्रवाहित हो सकता है। जिससे एक बड़ी दुर्घटना घट सकती है। बरसात के दिनों में यह संभावना और भी बढ़ जाती है। शहर के बीचो-बीच चौपाटी होने के कारण यहां कई लोग फुटपाथ में ग्रिल के सहारे दुकान लगाते हैं। इसके साथ साथ चौपाटी में बच्चों से लेकर बड़ों तक घूमने वाले लोगों द्वारा गाहे-बगाहे लोहे की ग्रिल को छू लिया जाता है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। चर्चा है कि विद्युत विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के संरक्षण में कई ऐसे दुकान संचालन में हैं जो ग्रिप के पास से अवैध कनेक्शन जोडक़र दुकान संचालित कर रहे हैं। कई ऐसे विद्युत मीटरों से एक से अधिक कनेक्शन जोड़ा गया है। बताया जा रहा है कि कुछ वर्ष पहले बरसात के दिनों में विद्युत तार से चिपक कर चौपाटी में एक व्यक्ति की जान भी जा चुकी है। बावजूद इसके लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में ना विद्युत विभाग को लोगों की जान की चिंता है ना निगम को लोगों की जान की परवाह बनी है।