आवारा और घुमन्तु पशुओं को व्यवस्थित करने की योजना, जिला स्तरीय समिति का किया गया गठन
कोरबा। आवारा और घुमन्तु पशुओं को व्यवस्थित करने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा आदेश पारित किया गया था। जिसके बाद कोरबा जिला प्रशासन ने पहल करते हुए पशुओं को व्यवस्थित करने के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस कमेटी का गठन कर नगर पालिका निगम के आयुक्त को कमेटी का अध्यक्ष बनाया है।
सडक़ पर पसरे आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए कोरबा जिला प्रशासन ने नई पहल की है। मवेशियों को सडक़ों से दूर रखने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो आवारा पशुओं को रास्ते से हटाने, घुमन्तु पशुओं के मालिकों पर कार्रवाई करने, हादसे में घायल पशुओं के इलाज आदि जिम्मेदारियों को देखेंगे। बरसात के मौसम में आवारा मवेशियों के सडक़ पर पसरे रहने की समस्या बढ़ जाती है। नेशनल हाईवे हो या फिर शहर और गांवों की अन्य सडक़ें, सभी जगह मवेशी डेरा जमाये रहते हैं। जिससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है। अब इसके लिए जिला प्रशासन ने ठोस पहल की है। मवेशियों को मुख्य सडक़ से हटाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। जिला स्तरीय समिति द्वारा कोरबा में घुमन्तु पशुओं को राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के साथ नगरीय निकाय, ग्राम पंचायत मार्ग से हटाने की जिम्मेदारी होगी। घुमन्तु पशुओं के मालिकों पर ग्राम पंचायत अधिनियम 1993 और पशु अतिचार अधिनियम 1871 की धाराओं के आनुसार कार्यवाही किया किया जाना सुनिश्चित करेगी। घुमन्तु पशुओं को गौशालाओं सहित अन्य शेल्टर में व्यवस्थित किया जाएगा। घुमन्तु पशुओं में रेडियम बेल्ट और टैग भी लगाया जाएगा। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों में ऐसे स्थानों को चिन्हांकित किया जाएगा, जहां आमतौर पर पशुओं का जमावड़ा रहता है। समिति एक ऐसा प्रावधान तैयार कर सकेगा, जिससे ग्रामीण आमजन घुमन्तु पशुओं के संबंध में शिकायत दर्ज करा सकें।
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इन्हें दी गई है जिम्मेदारी
कोरबा कलेक्टर ने समिति के सदस्य के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा, पुलिस अधीक्षक, उप संचालक समाज कल्याण विभाग, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण, जिला परिवहन अधिकारी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, कार्यपालन अभियंता एनएचएआई 130, वन मण्डलाधिकारी कोरबा, वन मण्डलाधिकारी कटघोरा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोरबा, कटघोरा, पाली, पोड़ी उपरोड़ा होंगे।