इमलीछापर फाटक बन रही जाम की बड़ी वजह, मरम्मत के नाम पर एक बार फिर आठ को बंद रखा जाएगा फाटक
कोरबा। कोरबा – कुसमुंडा मार्ग पर जाम ने लोगों को हलकान कर दिया है। भारी वाहन चालकों की मनमानी थम नहीं रही है, तो दूसरी ओर रेलवे की हरकत भी जाम बढ़ाने का काम कर रही है। कई घंटे के लिए इमलीछापर फाटक को बंद रखा जाता है। अब पुन: 8 को फाटक बंद रखने का फरमान जारी हुआ है।
कोरबा – कुसमुंडा मार्ग जिले का सबसे अधिक जाम वाला मार्ग बन गया है। प्रतिदिन इस मार्ग पर हजारों की संख्या में भारी वाहन कोयला लदान के लिए कुसमुंडा, गेवरा और दीपका खदान जाते हैं। इतनी ही संख्या में दुपहिया और चारपहिया वाहन भी इस मार्ग से कोरबा के लिए आवागमन करते हैं। वर्तमान समय में इमलीछापर चौक पर 24 घंटे भारी वाहनों का जमावड़ा लग रहा है। वजह है इमलीछापर फाटक का कई कई घंटो तक बंद रहना।कुछ मिनटों के लिए खुलने के बाद यह फाटक घंटो बंद रहता है। बीते मंगलवार को तकनीकी खराबी बोलकर कई घंटो तक फाटक खोला ही नही गया और अब फिर अतिआवश्यक कार्य बोलकर कल 8 सितम्बर को दिनभर फाटक बंद करने का रेल प्रबंधन द्वारा पत्र जारी किया गया है। इससे पूर्व भी पिछले महीने मरम्मत के नाम पर फाटक को दिनभर बंद कर दिया गया था। फाटक बंद होने की वजह से ट्रकों की कतार कुसमुंडा क्षेत्र को जोडऩे वाली हर सडक़ पर कई किलोमीटर तक देखी जा सकती हैं। जाम का ऐसा आलम की बाइक तक निकल पाना मुश्किल है। कोई कुछ भी कहे पर ये तस्वीरें भारी वाहनों की जाम की कहानी स्वत: बयां कर रही है।