एसईसीएल के डिस्पैच को साइलो से मिल रही गति
कोरबा। एसईसीएल द्वारा कोयला उत्खनन के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी फोकस किया जा रहा है। कंपनी के जिले में संचालित तीन मेगा प्रोजेक्ट गेवरा, कुसमुण्डा और दीपका से कोयला उत्खनन एवं डिस्पैच का कार्य किया जाता है। तीनों मेगा पोजेक्ट में कुल 12 साईलो का निर्माण किया गया है। जिसमें से 10 साइलो एसके समांता एंड कंपनी द्वारा पूर्ण की जा चुका है।इस काम में मेसर्स एसके सामता एंड कंपनी पिछले 18 साल से कार्यरत है। वित्त वर्ष 2022-23 में साइलो कि मदद से दोनों मेगा प्रोजेक्ट गेवरा और कुसमुण्डा के उत्पादन लक्ष्य 52.5 मिलीयन टन एवं 42 मिलीयन टन कि उपलब्धी में साईलो की भूमिका अहम थी। इन सभी कार्यों में एसके समता कंपनी की प्रमुख भूमिका रही। इन साइलो को बनाने समानता कंपनी के द्वारा उच्च कोटी, उत्तम गुणवत्ता और उत्कृष्ट उपकरण से कार्य किया गया है। इन सभी कार्य के तहत लगभग 8 हजार से अधिक स्थानिय लोगों को कार्य पर नियोजित किया गया है। कम्पनी द्वारा बनाए गए सीएचपी में कन्वेयर बेल्ट की सहायता से कोयला बैंकर में भरा जाता है एवं कन्वेयर बेल्ट की सहायता से साइलो में इकट्टा कर रेल वैगन में भरकर डिस्पेच किया जाता है। यह सम्पूर्ण प्रक्रिया प्रदूषण मुक्त होती है। इसी कड़ी में बीते 24 जून को एसके सामंता एंड कंपनी गेवरा क्षेत्र में एफएमसी के अंतर्गत नवनिर्मात रेल रेपीड लोड आउट सीस्टम का उद्घाटन कोल इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल के द्वारा किया गया। कुसमुण्डा परियोजना में मुख्य कार्यशाला परिसर का भी उद्घाटन किया गया। जिसका निर्माण भी एसके समान्ता कम्पनी ने किया है। इस दौरान एसईसीएल के सीएमडी डॉ. पीएस मिश्रा तथा एसके पाल तकनिकी निर्देशक (संचालन) तकनिकी निर्देशक (योजना) एवं अन्य निर्देशक के साथ गेवरा क्षेत्र के उच्च अधिकारी। उपस्थित थे।