एसईसीएल ने तैयार किया ई-ऑक्शन का रोड मैप,अनुषंगी कंपनियों में सर्वाधिक बिक्री की योजना
कोरबा। कोल इंडिया ने सहयोगी कोयला कंपनियों के खनन की हुई कोयले की ई-ऑक्शन से बेचने की योजना तैयार की है। ई -ऑक्शन से एसईसीएल सबसे ज्यादा कोयले की बिक्री करेगी। एसईसीएल चालू वित्तीय वर्ष में 40.16 मिलियन टन कोयला ई-ऑक्शन से बेचेगी। इसके बाद एमसीएल का 23.33 मिलियन टन ई -ऑक्शन से कोयला बिक्री की योजना है। एसईसीएल को 200 मिलियन टन कोयला उत्पादन का टारगेट मिला है। कोल इंडिया की एमसीएल को सबसे अधिक 204 मिलियन टन का लक्ष्य दिया गया है। साथ ही अन्य कोयला कंपनियों का भी टारगेट तय कर दिया गया है। वित्तीय वर्ष में उत्पादन के लक्ष्य के हिसाब से ई -ऑक्शन से कोयले की बिक्री की भी योजना तैयार की जाती है। इसके अलावा अनुबंध के आधार पर कोल लिंकेज पॉलिसी से भी ताप आधारित बिजली संयंत्रों की ऊर्जा जरूरतें पूरी की जाती है। खदानों से खनन की हुई कोयले का कुछ हिस्सा ई -ऑक्शन से बिक्री की जाती है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कोल इंडिया के सहयोगी कोयला कंपनियों के ई -ऑक्शन से कोयले की बिक्री की योजना तैयार कर ली है। कंपनी प्रबंधन नीलामी कैलेंडर जारी कर दिया गया है। जिसके अनुसार कंपनी का ई-ऑक्शन से पिछले साल के मुकाबले इस बार कोयले की बिक्री को बढ़ाने की भी योजना है। चालू वित्तीय वर्ष में कोल इंडिया कुल 97.43 मिलियन टन कोयला बिक्री की योजना तैयार की है। जबकि पिछले वर्ष 53.91 मिलियन टन का था। प्रतिस्पर्धी बोली के आधार पर नियमित ई-ऑक्शन के माध्यम से कोयले की बिक्री की जाती है। एक अधिकारी ने बताया कि कोल इंडिया ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 21.86 मिलियन टन कोयला बिक्री की पेशकश की है। बचे 75.56 मिलियन टन कोयले की बिक्री चरणबद्ध तरीके से इ-ऑक्शन की नीलामी में की जाएगी। एसईसीएल के अलावा एमसीएल कंपनी 22.33 मिलियन टन कोयला इ-ऑक्शन से बिक्री करेगी। जबकि एनसीएल से 8.76 एमटी, डब्ल्यूसीएल से 4.44 एमटी व एनइसी से 0.22 एमटी कोयला बिक्री की योजना है। बीसीसीएल 4.98 मिलियन टन, इसीएल के 12.07 मिलियन टन की योजना है।कोयला कंपनियों की साल दर साल बढ़ते उत्पादन से ई -ऑक्शन प्रक्रिया से भी बिक्री बढ़ी है। कोल इंडिया को पिछले साल 700 मिलियन टन का लक्ष्य मिला था। जबकि इस बार 780 मिलियन टन कोयला उत्पादन करना है, ऐसे में सहयोगी कोयला कंपनियों का टारगेट भी बढ़ाया है।