औद्योगिक उपक्रम करेंगे पौधरोपण
कोरबा। जिले में औद्योगिक उपक्रमों व खदानों के कारण प्रदूषण ज्यादा है। प्रदूषण नियंत्रण को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में क्षेत्रीय पर्यावरण मंडल ने औद्योगिक उपक्रमों को पौध रोपण करने की जिम्मेदारी सौंपी है। पावर प्लांटों और खदानों की अधिकता की वजह से कोरबा को पावर हब कहा जाता है। यहां उत्पादन होने वाली बिजली से देश के कई प्रांत रोशन हो रहे हैं। लेकिन इसका एक बेहद डरावना पहलू भी है। कोरबा जिला प्रदूषण के मामले में भी आगे है। प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए एनजीटी द्वारा समय-समय पर सख्त निर्देश जारी किया जाता है, लेकिन इस बार क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। विभाग द्वारा जिले में संचालित उद्योगों को बड़े पैमाने पर पौधे रोपने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल, यह पहला मौका होगा जब प्लांट और खदान मैनेजमेंट द्वारा अपने-अपने औद्योगिक क्षेत्र के अलावा पूरे शहर में प्लांटेशन करेंगे। छग के कोरबा में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल विभाग द्वारा यह बड़ा निर्णय लिया गया है।
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15 अगस्त तक का अल्टीमेटम
निर्देश जारी करते हुए 15 अगस्त तक शहर और ग्रामीण इलाके ग्रीन एरिया का विस्तार करने के लिए करीब 11 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा। इसके लिए जिले में संचालित सभी कोयला खदान और उद्योगों को निर्देशित किया गया है। निगम क्षेत्र और अधिक प्रदूषित गांव में पौधे लगाए जाएंगे।