प्रतिबंध के बाद भी बाजार में बिक रहा करील
कोरबा। करील पर प्रतिबंध के बाद भी इसकी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। वनविभाग द्वारा जांच पड़ताल नहीं किए जाने से इसकी बिक्री नहीं रूक रही है। बड़ी मात्रा में करील की न केवल चोरी हो रही है बल्कि इसे आसपास में उपयोग किया जा रहा है। हालांकि वन विभाग ने चेताया है कि अगर कोई इसे चोरी करते पाया गया तो प्रावधान के तहत जेल की हवा खानी पड़ सकती है। कोरबा जिले में सब्जियों के भाव आसमान पर पहुंचने के साथ करील की पूछपरख तब हो रही है जब इसे प्रतिबंधित किया गया है। यह सब्जी सिर्फ बरसात में ही मिलती है. छत्तीसगढ़ में इसको तोड़ते या बेचे जाने पर जेल जाने की नौबत भी आ सकती है। इस अद्भुत सब्जी का नाम करील है। जिसे मानसून के समय बांस के पेड़ों से प्राप्त किया जाता है।जानकर हैरानी होगी कि छत्तीसगढ़ में बांस की सब्जी को बड़े चाव से खाया जाता है. बांस की नन्ही कोपलें, जिन्हें करील कहा जाता है। इन कोपलों को लोग यहां सब्जी के रूप में खाते हैं. करील को बेचने पर पाबंदी के बावजूद यह सब्जी 1000 रुपये प्रति किलो से अधिक दाम में कहीं न कहीं मिल ही जाती है।