फरियादी महिला कोरबा कलेक्ट्रेट परिसर में अग्निस्नान का किया प्रयास, महिला पुलिस ने बचाई जान, जमीन विवाद से जुड़ी समस्या लेकर पहुंची थी महिला
कोरबा। कलेक्ट्रेट में मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया जब यहां आई एक महिला ने अप्रत्याशित ढंग से अग्निस्नान करने की कोशिश की। उसने अपने ऊपर मिट्टी तेल उड़ेलकर आग लगाने का प्रयास किया। कलेक्ट्रेट में तैनात महिला पुलिस ने महिला की जान बचाई। बताया जा रहा है कि जमीन विवाद से जुड़ी समस्या लेकर पीड़ित महिला जनदर्शन में पहुंची थी। घटनाक्रम के बाद जनदर्शन से बाहर आकर अपर कलेक्टर ने समस्या सुनी और निराकरण का भरोसा दिलाते हुए जांच के निर्देश दिए। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कलेक्ट्रेट कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित रहा। फरियादी मुन्नी दास सरगुजा जिले के लखनपुर तहसील अंतर्गत ग्राम तराजू में अपने पिताजी के नाम पर 0 .6070 हेक्टेयर भूमि को एक अन्य व्यक्ति द्वारा उनकी माँ को बहला फुसलाकर कर अपने नाम पर किए जाने की शिकायत और रजिस्ट्री को रद्द कराने की मांग करने कोरबा में कलेक्टर जनचौपाल में पहुँची थी। बहरहाल जिला प्रशासन इस घटना के बाद हरकत में आ गया है। फरियादी से शिकायत सुनने के साथ ही उसके निराकरण का आश्वासन दिया गया है। हालांकि घटनाक्रम के बाद कलेक्टर परिसर में अफराा-तफरी की स्थिति निर्मित रही।
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0 जिले में जमीन नामांतरण से लेकर जमीन की अफरा-तफरी से जुड़े सैकड़ों मामले पेंडिंग
कोरबा जिले में जमीन की अफरा-तफरी और विभिन्न समस्याओं से जुड़े अनेक मामले पेंडिंग है जिनका निराकरण नहीं हो पा रहा है। जिले में ऐसी स्थिति निर्मित हो गई है कि सरकारी जमीनों पर पावर प्लांट की राख पाटकर रातों-रात किसी अन्य खसरा नंबर की जमीन जो किसी के नाम हैं वह नामी जमीन रातो रात उड़कर सरकारी जमीन पर आकर बैठ जाती है और वहां किसी व्यक्ति का मालिकाना हक हो जाता है। यह समस्या निगम क्षेत्र से लगाकर बालको, बरबसपुर उरगा बाईपास मार्ग क्षेत्र, सहित रामपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक देखी जा रही है, जिसमें राजस्व विभाग की पूर्ण संलिप्तता से इनकार किया नहीं जा सकता है। पताढ़ी एनएच मार्ग में एक प्रभावित किसान ने एसडीएम कार्यालय में घूस नहीं दिया तो उसका 21 लाख मुआवजा की जगह में 3 लाख बना दिया गया था। किसान जब हाईकोर्ट गया तो उसे हाई कोर्ट के निर्देश पर 21 लाख मुआवजा दिया गया, ऐसे ही कितने जमीन विवाद से पीड़ित किसान या जमीन मालिक हैं जिन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। राजस्व विभाग में जमीन नामांतरण के सैकड़ों मामले पेंडिंग पड़े हुए हैं जो समय पर राजस्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा निराकृत नहीं किए जा रहे हैं। हालांकि अब पुराने एसडीएम और तहसीलदार का ट्रांसफर हो चुका है और लोगों को अब नए अधिकारियों से उम्मीद है, जो कार्यों में कसावट लाते हुए लोगों को न्याय दिलाएंगे ।
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महिला को दी गई समझाइश, नियमानुसार आवेदन देने कहा गया
फरियादी मुन्नी दास को अपर कलेक्टर प्रदीप साहू ने समझाइश देकर घर भेजा और उन्हें रजिस्ट्री रद्द कराने की सम्पूर्ण प्रकिया को समझाया। अपर कलेक्टर श्री साहू ने महिला श्रीमती मुन्नी दास के द्वारा मिट्टी तेल लेकर कलेक्ट्रेट आने पर उन्हें भविष्य में ऐसा नहीं करने कहा। उन्होंने महिला की पूरी बात को सुनते हुए अम्बिकापुर अंतर्गत सम्बंधित एसडीएम से तत्काल फोन में बात की और महिला के आवेदन को व्हाट्सएप कर नियमानुसार आवेदन सिविल कोर्ट के माध्यम से जमीन की रजिस्ट्री निरस्त कराने दस्तावेज के साथ आवेदन प्रस्तुत करने कहा गया। महिला मुन्नी दास द्वारा सिविल कोर्ट में आवेदन जमा करने के लिए राशि नहीं होने की जानकारी दी गई तो अपर कलेक्टर श्री साहू ने संबंधित एसडीएम को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराने भी कहा गया है। इससे पूर्व भी उक्त महिला को संबंधित तहसीलदार से मिलने कहा गया था, लेकिन वह नहीं मिली थी।