भारी बारिश से पर्यटन स्थलों में गहराया खतरा,जल स्तर बढ़ने से पर्यटन स्थल नहीं है सुरक्षित
कोरबा। बारिश के बीच अगर आप पर्यटन स्थलों की सुंदरता को देखने जाना चाहते हैं तो सावधान हो जाएं। भारी बारिश के कारण पर्यटन स्थलों में जाना सुरक्षित नहीं है। जलस्तर बढ़ने से हादसे का खतरा बना हुआ है। जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। वर्षा की फुहारें पाकर प्राकृतिक सौंदर्य से भरे जिले के पर्यटन स्थल हरियाली से आच्छादित हो चुकी हैं। सतरेंगा, केंदई, बुका, बांगो आदि स्थलों को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे प्रकृति के कैनवास पर हरियाली का रंग चढ़ आया हो। लेकिन इसका दूसरा पहलू खतरों से खाली नहीं है। वर्षा के चलते जल स्तर बढ़ने से पर्यटन स्थल के निखरते रंगत के फेर में जान आफत में आ सकती है। प्रतिबंधित क्षेत्र में सैर सपाटे के लिए जाने के कारण देवपहरी में एक शिक्षक की मौत हो चुकी है। जिले वनस्थली क्षेत्र से लेकर नदियों के मुहाने अब हरियाली से लबरेज होने के साथ जानलेवा भी साबित हो सकते हैं। पर्यावरण व पर्यटन स्थल के लिहाज से इन स्थलों पर प्राकृतिक सौंदर्य अपने पूरे शबाब पर आने लगी है। जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर सतरेंगा, गढ़, लेमरू, उपरोड़ा क्षेत्र में हरियाली भले ही लोगों के लिए लुभावनी बनी है लेकिन डुबान क्षेत्र की दलदली लोगों के लिए समस्या खड़ी कर सकती है। छोटी-बड़ी नदियों के जलप्रपात व कल-कल करते झरने सहज ही पर्यटकों के लिए आकर्षण के साथ मौत का कारण भी बन सकते हैं। देवपहरी के गोविंद झूंझा से कलकल प्रवाहित जल सौंदर्य देखने में जितना आकर्षक है उतना जानलेवा है। वर्षा के कारण पथरीली राह फिसलन भरी हो गई।इसके बाद भी इसे देखने लिए लोग जान को जोखिम में डाल कर पहुुंच रहे हैं। जांजगीर जिले के अकलतरा से आए शिक्षक की यहां डूबने से मौत हो गई थीं इसी जगह एक दंपत्ति से सहित दो युवक युवा भी जल प्रपात के बीच टापू में फंस गए थे। जिन्हे काफी मशक्कत के बाद निकाला गया। बांगो बांध में जल स्तर बढ़ने के साथ यहां तैरने वाले मगरमच्छ से खतरा बढ़ गया है। पर्यटन स्थलों पहुंच मार्ग तो बनी है लेकिन वर्षा में मिट्टी कटाव के कारण आवागमन भी मुश्किलों भरा है। ऐसे में परिवार के साथ जल भराव वाले क्षेत्र के सैर सपाटे मुसीबत को आमंत्रण साबित हो सकता है।
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लोग कर रहे नियम का उल्लंघन
देवपहरी के गोविंद झूंझ में हर साल दुर्घटना की पुनरावृत्ति होती है। स्थानीय स्तर पर यहां सुरक्षा समिति गठित तो की गई है, इसके बावजूद भी लोग नियम का उल्लंघन करने में पीछे नहीं हैं। जिस स्थल में माह भर पर पहले दंपत्ति और दो युवक-युवती फंसे थे, उसी स्थान पर बीते वर्ष फिल्म शूटिंग के लिए पहुंची टीम पानी से घिर गए थे। इन दिनों वर्षा जल के कारण स्थल को प्रतिबंधित किया गया है। इसके बाद भी लोग नियम का उल्लंघन कर जल प्रपात देखने पहुंच रहे हैं।