मुख्य मार्गों पर मवेशियों का डेरा, हादसे का खतरा,,पार्षद ने अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
कोरबा। कटघोरा नगर में मवेशियों के जमावड़े से लोगों को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। नगर में कोई ऐसी रोड बाकी नहीं जहां आवारा मवेशी झुंड बनाकर बैठे नजर ना आते हों। कई बार तो इन मवेशियों के कारण यातायात बाधित हो जाता है। साथ ही रास्ते पर बैठे मवेशी दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। स्कूलों के खुल जाने से नगर में आवागमन बढऩे लगा है। ऐसे में बीच रोड पर बैठे मवेशियों से और ज्यादा परेशानियां हो रही हैं।
कटघोरा नगर पालिका के वार्ड नंबर 3 के पार्षद किशोर दिवाकर ने कटघोरा अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि कटघोरा के साबिर मेडिकल से कादरिया टायर दुकान तक मवेशियों का 100 मीटर की दूरी तक तथा कटघोरा नगर के सभी मुख्य मार्ग पर मवेशियों के झुंड नजर आते हैं। बावजूद इसके नपा का ध्यान नहीं जा रहा है। गाय, बैल के रोड में बैठने के कारण रोज सडक़ दुर्घटना होती हैं 2 दिन पूर्व मेन रोड पर दुर्गा मंदिर के सामने मवेशियों के बैठने से सडक़ दुर्घटना से 2 लोगों की मौत हो चुकी है। आवागमन में लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। दुर्घटना से रोजाना चार या पांच पशुओं की मृत्यु भी हो जाती है। ऐसा हाल पूरे कटघोरा मेन रोड क्षेत्र का है हर जगह पशु बैठे रहते हैं तथा नगर पालिका कटघोरा में काऊ केचर रहते हुए भी इस ओर कोई सुध नहीं ले रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने अनेक बार मवेशियों को लेकर नपा में शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि पिछले दिनों स्थानीय समाज सेवी संगठन ने इन मवेशियों के सींगों पर रिफ्लेक्टर पट्टी लगाने का अभियान चलाया था। पार्षद किशोर दिवाकर ने अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा से इस समस्या का निराकरण करते हुए पशुओं को मुख्य मार्ग से हटवाकर अन्य जगह भिजवाने की मांग की है ताकि सडक़ दुर्घटना ना हो और सडक़ पर बैठे मवेशियों की रोजाना मृत्यु ना हो उन्होंने इस समस्या पर तत्काल निराकरण की मांग की है। बता दें कि नगर में बड़ी संख्या में लोग मवेशियों को पालते हैं लेकिन इनसे दूध आदि का लाभ लेने के बाद इन्हें दिनभर आवारा छोड़ देते हैं। यही मवेशी दिन भर यहां वहां खड़े नजर आते हैं, तो कहीं किसी के भी दरवाजे के सामने पहुंच जाते हैं। कई बार तो इन मवेशियों की वजह से लोग घायल भी हो चुके हैं। रात के समय मवेशियों के बीच रोड में बैठने पर हादसों की आशंका और भी बढ़ जाती है। हालाकि कई बार छोटी बड़ी घटनाएं हुई हैं जिससे बाइक सवार इन मवेशियों पर बाइक चढ़ा बैठते हैं। इससे कभी मवेशी तो कभी बाइक सवार घायल या उनकी मौत हो जाती हैं।