मेडिकल कॉलेज की सीट बढ़ी पर नहीं बना भवन, दूसरे वर्ष में प्रवेश करने से अब विद्यार्थियों की संख्या हो जायेगी 200
कोरबा। जिले में बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज की मांग तो पूरी हो चुकी है। दूसरे वर्ष में प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही अब विद्यार्थियों की संख्या बढक़र 200 हो जाएगी। एक तरफ विद्यार्थियों की तादाद बढ़ी है तो दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज का अपन खुद का भवन तैयार नहीं हो पाया है। ऐसे में विद्यार्थियों को बैठने में समस्या हो सकती है।राज्य शासन ने राशि आवंटित नहीं की है। विद्यार्थियों की संख्या बढऩे से कालेज संचालन में जगह की समस्या होगी। झगरहा स्थित आइटी कालेज भवन के एक हिस्स में मेडिकल कालेज का संचालन शैक्षणिक सत्र 2022-23 से किया जा रहा है। नए भवन निर्माण के लिए लंबे समय तक स्थल की तालाश की जाती रही। एक साल पहले वर्ष 2022 में जिला प्रशासन ने आईटी कालेज के सामने बांसबाड़ी में 115 एकड़ जमीन को स्वीकृति देने के साथ दस्तावेज मेडिकल कालेज को सौंपा। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के गाइड लाइन के अनुसार मेडिकल कालेज के लिए 100 एकड़ जमीन आवश्यक है। भवन निर्माण जवाबदारी (सीजीएमएससी) छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन को दी जा चुकी है।इसके लिए 45 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया जा चुका है। वर्तमान में आइटी कालेज में परिसर के 25 एकड़ क्षेत्र में निर्मित भवन में मेडिकल कालेज का संचालन हो रहा है। इस भवन को मेडिकल कालेज के अनुरूप परिवर्तित किया जाना था, इसकी जिम्मेदारी लोक निर्माण को दी गई थी पर जल्द ही नया भवन बनने की आस में इसे बीच में ही रोक दिया गया। मापदंडों के लिहाज से वर्तमान में संचालित मेडिलक कालेज भवन केवल 25 फीसद ही हिस्सा है, वह भी अव्यवस्थित। कालेज में छात्रावास, प्राध्यापक निवास, खेल मैदान आदि की सुविधाएं पहले से हैं। नए सत्र की शुरूआत के साथ न केवल छात्रों की संख्या बढ़ेगी बल्कि प्राध्यापक स्टाफ की बैठक, लैब व प्रायोगिक कक्ष के लिए लिए अतिरिक्त कक्ष आदि की आवश्यकता होगी।