रेत को लेकर फिर छिड़ा विवाद, पुलिस तक पहुंचा मामला
एक पक्ष ने दर्ज कराया एफआईआर, दूसरे ने की शिकायत
कोरबा। शहर में वैध और अवैध रेत को लेकर विवाद एक बार फिर सिर उठाने लगा है। तत्कालीन एसपी भोजराम पटेल ने जिसकी फ़रारी पर गिरफ्तारी के लिए ईनाम घोषित किया था,उस आरटीआई कार्यकर्ता ने रेत के कारोबार से जुड़े कुछ लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया है। जिन पर एफआईआर दर्ज हुई है,उन लोगों ने आरटीआई कार्यकर्ता मनीष राठौर के खिलाफ लिखित में शिकायत कर उसके द्वारा किए जा रहे भयादोहन पर रोक लगाने व शांतिपूर्वक कामकाज करने हेतु व्यवस्था बनाने का आग्रह किया है। आरटीआई. कार्यकर्ता मनीष राठौर पिता मेवालाल राठौर निवासी एस ई 557, सीएसईबी कालोनी ने 28 जुलाई को सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि उसके द्वारा अवैध रेत भण्डारण की शिकायत जिला प्रशासन एवं मंत्रालय स्तर पर की जा रही थी, इसी से क्षुब्ध होकर अवैध रेत कार्य करने वाले तामेश अग्रवाल, पुष्पेश अग्रवाल, सुदामा कलवानी, रामकुमार पुरानी बस्ती निवासी के द्वारा मोबाइल पर लगभग 06:20 से लगभग 6 बार फोन किया गया। फोन नहीं उठाने पर 06:30 से लगभग 7 बजे के आसपास अमृततुल्य चाय दुकान में आकर शिकायत वापस लेने व जान की धमकी पुष्पेश अग्रवाल, रामकुमार के द्वारा दी गई। झूठे केस में फंसाने व तेरे गाड़ी को आग भी आग लगा दिए तो भी तू नहीं समझ रहा है,हम लोग कितने बड़े गुण्डे हैं। कहकर धमकाया। उक्त घटना के समय शोएब, कादिर, ईश्वर जो घटना को देखे हैं, घटनास्थल में उक्त स्थान में थे। मनीष की रिपोर्ट पर चारों लोगों के विरुद्ध धारा 294,506, 34 भादवि के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई। मनीष की रिपोर्ट के बाद पुरानी बस्ती निवासी राम कुमार देवांगन ने जिला पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर बताया है कि उसके पास दो टीपर है जिसके जरिए वह परमिट वाली रेत का परिवहन करता है। 2 दिन पहले रिसदी चौक पर मनीष राठौर ने उसके वाहन को रुकवाया और खुद को आरटीआई कार्यकर्ता बताकर चालक को धमकाने लगा। मनीष राठौर के द्वारा जब चाहे तब जेल भिजवा देने की धमकी दी जाती है और कहा जाता है कि माइनिंग विभाग और पुलिस मेरी मु_ी में है। आरोप है कि मनीष राठौर झूठे शिकायत कर परेशान करता रहता है, जातिगत गाली गलौज करता है। मनीष राठौर के कारण वह बहुत अत्यधिक भयभीत है उसके वजह से गाड़ी नहीं चला पा रहा है और परिवार का जीवन यापन में दिक्कत हो रही है राम कुमार ने उचित कार्यवाही की गुहार लगाई। इसी तरह पुरानी बस्ती निवासी तामेश अग्रवाल ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह रेत ट्रेडिंग का काम करता है। पिछले कुछ दिनों से मनीष राठौर के द्वारा उसे व अन्य लोगों के द्वारा संपर्क कर अवैध रूप से रकम उगाही की नीयत से डरा-धमका कर भयादोहन के इरादे से पैसे की मांग की जा रही है। जहां-जहां रेत भेजा जा रहा है उस सभी जगह का कमीशन चाहिए। रेत परिवहन में लगी उसकी गाडिय़ों को पकडक़र परेशान किया जाता है। पैसे न देने पर दबाव बनाने के लिए मनीष के द्वारा 28 जुलाई को सीएसईबी चौकी में एक झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है जबकि वह घटनास्थल पर था ही नहीं। मौजूद सीसीटीवी कैमरे का निरीक्षण किया जा सकता है। तामेश ने लिखा है कि मनीष राठौर द्वारा पूर्व में भी शहर के और लोगों को डरा धमका कर पैसे वसूलने का काम किया जाता रहा है।