सरपंच सचिवों से वसूलनी है 23 लाख से ज्यादा रकम गंभीरता से नहीं ले रहे प्रशासन का फरमान
कोरबा। जिले के 9 पंचायतों के वसूली से संबंधित 10 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसमें संबंधित सरपंच सचिवों से 23 लाख 54 हजार रुपए जमा करने के लिए कहा गया है। यह स्थिति तब है जब जिला प्रशासन की ओर से सरपंच-सचिवों को कई बार फरमान जारी किया गया कि जिन कार्यों के लिए राशि प्रदान की गई है उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए, लेकिन सरपंच-सचिवों ने प्रशासन के फरमान को गंभीरता से नहीं लिया और न ही इस राशि को वापस करने में रूचि दिखाई। तब प्रशासन की ओर से संबंधित सरपंच-सचिवों को कई बार जनपद पंचायतों के जरिए नोटिस जारी किया गया और कार्य पूरा करने के लिए दबाव डाला गया लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।समय पर कार्य शुरू नहीं होने से गांव में विकास कार्यों को झटका लग रहा है। वहीं सरपंच-सचिव इस राशि का उपयोग अपने निजी स्वार्थों के लिए कर रहे हैं। मामला सामने आने के बाद अनुविभागीय स्तर पर वसूली की कार्रवाई शुरू हुई है। कार्य चालू नहीं करने या उसे बीच में ही रोकने के सबसे ज्यादा मामले विकासखंड कटघोरा क्षेत्र से सामने आया है। इस विकासखंड के 9 ग्राम पंचायतों में 10 प्रकरण सामने आए हैं जिसमें तत्कालीन सरपंच-सचिवों के द्वारा लगभग 23 लाख 54 हजार रुपए का कार्य नहीं किया गया जबकि सरपंच सचिवों ने उक्त राशि प्रशासन से विकास कार्यों के लिए प्राप्त किया था। इसमें भी सबसे ज्यादा मामले जिला खनिज न्यास मद से जुड़े हैं। बताया जाता है कि जिन ग्राम पंचायतों में खनिज न्यास मद से कार्य स्वीकृत किए गए थे उसमें तेलसरा, नवापारा, रंजना, डोंगरी,जवाली, कोलिहामुड़ा, कसईपाली, मौहाडीह और सलोरा शामिल हैं। इन ग्राम पंचायतों में पूर्व सरपंचों के अलावा कुछ वर्तमान सरपंचों से भी वसूली प्रस्तावित है।