सहारा के निवेशकों में जागी रकम वापसी की उम्मीद,जिले में 500 करोड़ से अधिक की गाढ़ी कमाई है जमा
कोरबा सहारा समूह में रकम निवेश करने वाले देशभर के निवेशकों का जमा रकम वापस मिलेगा। इसके लिए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सहारा रिफंड पोर्टल की शुरुवात की है। पहले चरण में सुप्रीम कोर्ट से मिले 5 हजार करोड़ रुपए से निवेशकों को 10-10 हजार रुपए तक का रिफंड भुगतान किया जाएगा। छोटे निवेशकों के साथ ही बड़ी रकम निवेश करने वालों को भी पहले चरण में 10 हजार रुपए ही लौटाया जाएगा। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से ज्यादा रकम का भुगतान होगा। सहारा के कोरबा रीजनल ऑफिस में कोरबा समेत पड़ोसी जिला जांजगीर-चांपा व सक्ती के 12 हजार निवेशक ने करीब 5 सौ करोड़ रुपए निवेश किया है। केवल कोरबा जिले की बात करे तो यहां से करीब 8 हजार निवेशकों का रकम फंसा है। अब कंपनी के सहारा के क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड, सहारा यूनिवर्सल मल्टीपर्पज, सहारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव और स्टार्स मल्टीपर्पज को ऑपरेटिव में रकम निवेश करने वालों का रकम वापस होगा। रिफंड पाने के लिए निवेशकों को सरकार द्वारा तय की गई ऑनलाइन पोर्टल पर क्लेम (आवेदन) करना होगा। कोरबा ऑफिस से करीब 12 हजार जमाकर्ता जुड़े हैं। जिसमें कोरबा के अलावा जांजगीर-चांपा व सक्ती जिले के जमाकर्ता भी है। सभी को मिलाकर उनके करीब 5 सौ करोड़ रुपए कंपनी में जमा है। अब रिफंड पोर्टल के जरिए उनके खातों में रकम वापसी होगी। रिफंड से जमाकर्ताओं व अभिकर्ताओं में खुशी है कि उन्हें अब बार-बार के तकादे से मुक्ति मिल जाएगी, वहीं लोग का इसका उपयोग अपने काम में कर सकेंगे। सहारा कंपनी का कोरबा शहर के ट्रांसपोर्टनगर में रीजनल ऑफिस चल रहा था। जहां कोरबा समेत अविभाजित जांजगीर-चांपा जिले के लोगों का रकम निवेश कराया जा रहा था। हालांकि अब जांजगीर-चांपा से अलग होकर सक्ती नया जिला बन गया है। सहारा में रकम फंसने के बाद निवेशकों की चिंता बढ़ गई थी। साथ ही अभिकर्ता भी परेशान थे। यहां तक की कोरबा का रीजनल ऑफिस का दर्जा घटकर ब्रांच ऑफिस हो गया। हालांकि अब रकम वापसी की प्रक्रिया आगे बढऩे से निवेशकों को राहत मिली है।