सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में नमिता को मिला नया जीवन,पैर के टेढ़े पन का किया सफल इलाज
कोरबा।कोसाबाड़ी स्थित सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में कुमारी नमिता कंवर को नया जीवन मिला है। ग्राम ढोंगदरहा भैंसमा निवासी नमिता के परिजन उसके स्वस्थ होने की उम्मीद छोड़ चुके थे। पूरे घटनाक्रम को उल्लेख करते हुए हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ शतदल नाथ ने बताया कि कुमारी नमिता कुंवर जोकि 11वीं की विद्यार्थी है। बचपन से ही दोनों पैर टेढ़े होने की वजह से चलने फिरने में दिक्कत का सामना कर रहा था|परिजनों ने बताया कि नमिता एक होनहार विद्यार्थी है, जिसे कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षा में चार विषयों में डिस्टिंक्शन प्राप्त हुआ था, परंतु पैर के टेढ़ापन होने के कारण व चलने फिरने में असमर्थ होने उसका भविष्य अंधकार में लग रहा था| ऐसे में मरीज के परिजन काफी सारे हॉस्पिटल में परामर्श हेतु गए, क्योंकि टेढ़ापन काफी ज्यादा था 25 से 30 डिग्री उसको सीधा करना अपने आप में चुनौती थी। इसी तारतम्य में मरीज के परिजन सिद्धिविनायक हॉस्पिटल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ शतदल नाथ से परामर्श कर मरीज की स्थिति को बताया। डॉ शतदल एवं उनके टीम ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए मरीज को ठीक करने के लिए ऑपरेशन का निर्णय लिया, क्योंकि पैरों का टेढ़ापन काफी ज्यादा था। उसे ठीक करने के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई |सर्वप्रथम एक्सकानोग्राम के द्वारा पैरों के टेढ़ापन को नापा गया एवं उस हिसाब से सर्जरी की प्लानिंग की गई। कार्य योजना के अनुसार दोनों पैरों में ओपन वेज फेमोरल ओस्टियोटोमी करने का निर्णय लिया गया, जिसको फिर लॉकिंग प्लेट के सहारे जोड़ा जाना था| कार्य योजना के तहत ऑपरेशन लगभग 4 घंटे तक चला एवं मरीज के दोनों पैरों को सीधा किया गया। वर्तमान में मरीज स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहा है। लगभग 6 से 8 हफ्ते में नमिता अपने सीधे पैर के साथ चल फिर एवं दौड़ पाएगी |इस सफलता का सारा श्रेय डॉ नाथ ने अपनी टीम को दिया जिनके अथक परिश्रम से ऑपरेशन सुचारू रूप से हो पाया |डॉ नाथ ने खुशी जाहिर की कि इस तरह के जटिल ऑपरेशन कोरबा में हो पाया। इस तरह के चैलेंजिंग केस वह कर पाए, जिसकी प्रेरणा उन्हें अपने माताजी श्रीमती सतीनाथ से प्राप्त हुआ|