एसईसीएल कॉलोनी में गंदगी का अंबार, सिविल विभाग के अधिकारियों की उदासीनता
कोरबा। एसईसीएल की कालोनियों में गंदगी का अंबार लगा है। एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र में सिविल अधिकारियों की उदासीनता से कॉलोनीवासी बेहद परेशान हैं। साफ सफाई नहीं होने से कालोनी के कर्मचारी आक्रोशित हैं। दीपावली से पूर्व जहां कॉलोनियों की साफ-सफाई होती थी। वहीं अब दीपावली के बाद भी साफ-सफाई नहीं हुई है। कुसमुंडा में छठ पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। श्रद्धालु शाम और सुबह नदी के किनारे पहुंचकर सूर्य की उपासना करते हैं। ऐसे में नदी तक पहुंचने वाले मार्ग पर कचरों का अंबार लगा हुआ है। इसे लेकर कॉलोनीवासियों में काफी नाराजगी है। स्थानीय पार्षद ने एसईसीएल कुसमुंडा के सिविल विभाग के अधिकारियों को इस समस्या से कई बार अवगत कराया हैं। बावजूद इसके साफ-सफाई नहीं हुई है। इसके अलावा विकास नगर छठ घाट पर भी कुसमुंडा प्रबंधन की ओर से इस वर्ष भी किसी तरह की कोई साफ-सफाई नहीं की गई है। जबकि कॉलोनी परिसर के साथ-साथ कॉलोनी से लगे नदी किनारे के घाटो को साफ सुथरा करने की जिम्मेदारी ग्लोबल टेंडर में सम्मिलित है। इसका भुगतान भी किया जाता है, बावजूद इसके प्रबंधन के सिविल विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे है। फिलहाल छट पूजा और पुन्नी स्नान को देखते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधि ने छट घाट पर जेसीबी लगवा कर साफ-सफाई कराई जा रही है। वहीं आईबीपी प्लांट के पास अहिरन नदी जाने वाले मार्ग लक्ष्मण नाला पड़ता है, जो आगे जाकर अहिरन नदी में ही मिलती है, इस पर आने जाने ले लिए 3 से 4 की संख्या में बड़े बड़े सीमेंट के पाइप डालकर रपटा बनाया गया है। यह बारिश के दिनों में बह जाता है।
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एसएलआरएम सेंटर पर लटक रहा ताला
विकास नगर कॉलोनी से निकले कचरे को संग्रहित करने के लिए एसईसीएल प्रबंधन की ओर से लाखों रुपए खर्च कर वैशाली नगर में एक विभागीय एसएलआरएम सेंटर भी बनाया गया है। इसमें वर्षो से ताला लगा हुआ है, विकास नगर कॉलोनी से निकले कचरे को जब कभी उठाया जाता है, तो अक्सर इसी सेंटर के सामने फेंका जाता है, इससे प्रदूषण फैलता है।