कई दशक बाद सडक़-नाली निर्माण शुरू हुआ तो रेलवे ने लगा दिया ब्रेक, शहर के देवांगन पारा के ठाकुरदिया चौक में अब तक नाली-सडक़ नहीं
कोरबा। शहर के दुरपा रोड के एक मोहल्ले में कई दशक बाद सडक़-नाली निर्माण का कार्य शुरू हुआ लेकिन इसके साथ ही रेलवे ने जमीन अपना बताकर काम रूकवा दिया। काम अधूरा छूटने पर अब स्थानीय लोग परेशान है। आगामी दिनों बारिश आने वाली है इससे परेशानी और बढ़ जाएगी।टेंडर जारी होने के बाद ठेकेदार ने मोहल्ले में सबसे पहले नाली निर्माण के लिए खुदाई कराई लेकिन तब तक रेलवे की ओर से किसी तरह का अड़ंगा नहीं लगाया गया। एक सप्ताह बाद जब नाली बनाने के लिए लोहे के छड़ लग गए तो रेलवे ने काम रूकवा दिया। अब एक तो लोगों के दरवाजे के सामने गड्ढा बना हुआ है जहां पटरा लगाकर आवाजाही करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर गड्?ढे में छड़ निकले होने से खतरा बना रहता है। बच्चों के खेलने या बारिश में आवाजाही के दौरान फिसलने से बड़ा हादसा हो सकता है। शहर के वार्ड 5 दुरपा रोड क्षेत्र में देवांगन पारा के ठाकुरदिया चौक में 25 परिवार निवासरत है। जहां अब तक सडक़ व नाली नहीं बनी है। ऐसे में बारिश के दिनों में घरों के सामने पानी भर जाता है और आवाजाही करने वाला कच्चा मार्ग कीचड़मय हो जाता है। ऐसे में लोगों को जान हथेली में लेकर रेलवे ट्रैक से आवाजाही करनी पड़ती है। कई दशक से स्थानीय निवासी सडक़-नाली निर्माण की मांग कर रहे थे। इस चुनाव में क्षेत्र में सडक़-नाली निर्माण की घोषणा हुई और चुनाव के बाद 10 लाख रुपए की लगात से निर्माण कार्य का टेंडर जारी हो गया। ठेकेदार ने नाली निर्माण का कार्य शुरू ही किया था कि रेलवे अधिकारी आरपीएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जमीन को रेलवे की बताते हुए कार्य को रूकवा दिया। स्थानीय लोगों ने नाली निर्माण पूरा करने को कहा तो ठेकेदार ने कई बार प्रयास किया लेकिन हर बार आरपीएफ के जवान आकर मजदूरों को खदेडक़र भगाने लगे। जिनके घरों से निकलने वाला गंदा पानी की निकासी नहीं होने से मोहल्ले में बदबू उठता रहता है। आगे बारिश का सीजन शुरू होते ही लोगों की परेशानी और बढ़ जाएगी। लोगों के मुताबिक नाली नहीं होने के कारण सभी लोगों के घरों के सामने गंदा पानी जमने से कीचड़ व बदबू उठता रहता है। नाली निर्माण शुरू होने पर लगा कि अब जल्द ही राहत मिल जाएगा, लेकिन रेलवे ने अड़ंगा लगाते हुए कार्य रोक दिया। अब कब राहत मिलेगा इसका इंतजार है। अब सबकी परेशानी बढ़ गई है। रेलवे ने दूसरे क्षेत्र में पटरी के किनारे सडक़ निर्माण पर रोक नहीं लगाया है।