केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ मनाया गया विरोध दिवस
कोरबा। पूर्व में लिए गए निर्णय अनुसार संयुक्त 10 राष्ट्रीय श्रमिक व किसान संगठनों के आह्वान पर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध दिवस मनाया जा रहा है। इसी क्रम में बालको में भी राष्ट्र श्रमिक संगठनों के द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर विरोध दिवस बालको परसाभाटा में मनाया गया। श्रमिक नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा चार श्रमिक कोड बिल लागू करने की कोशिश किया जा रहा है, जो पूरी तरह श्रमिक विरोधी कानून है। यह प्रयास पहले भी किया गया था, लेकिन केंद्र में बैठी सरकार सफल नहीं हो पाई। संविधान को भी खत्म करने का प्रयास किया गया लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा का पूर्ण बहुमत नहीं आ पाया इसलिए अभी तक संविधान सुरक्षित है। किसानों के अनाजों का एमएसपी लागू करने, न्यूनतम मजदूरी 26000 करने, बेरोजगारों को रोजगार देने ,बेरोजगारों को रोजगार भत्ता प्रतिमा 10000 देने, ठेकेदारी प्रथा खत्म करने ऋणग्रस्त किसने और मजदूरों का ऋण माफ करने व अन्य मुद्दों को लेकर एकदिवासीय विरोध दिवस मनाया गया। विरोध दिवस में राज्य एटक के महासचिव कामरेड हरिनाथ सिंह एलमुनियम एम्पलाइज यूनियन एटक के अध्यक्ष एसके सिंह, महासचिव सुनील सिंह, इंटक के महासचिव जय प्रकाश यादव, सीटू के महासचिव अमित गुप्ता, एचएमएस के महासचिव संतोष प्रजापति, वाम्स के महासचिव अमृतलाल निषाद व अन्य नेताओं ने संबोधित किया। संबोधन में सभी ने केंद्र में शासित एनडीए की सरकार की नीति के खिलाफ अपनी अपनी बातें रखी और कहा कि भविष्य में यदि केंद्र सरकार मजदूर विरोधी किसान विरोधी नीति नहीं बदलता है तो केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा। विरोध दिवस में इंटक, एटक ,सीटू ,एसएमएस, वाम्स के सभी पदाधिकारी, सदस्य व अन्य सैकड़ो लोग शामिल हुए।