Sunday, July 27, 2025

गले में चना अटकने से मासूम की मौत, परिजनों ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

Must Read

गले में चना अटकने से मासूम की मौत, परिजनों ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

कोरबा। जिले में गुरुवार को गले में चना अटकने से 2 साल के बच्चे की जान चली गई। इस मामले में परिजनों ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। जबकि डॉक्टर ने इंटरनल ब्लीडिंग होने से मौत होना बताया है। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। छोटू कुमार (37) मध्य प्रदेश के राजगढ़ ब्यावरा का निवासी है। वह कोरबा में पानी पुरी बेचने का काम करता है। उसका भाई भी यही काम करता है। सुबह करीब 8 बजे उसका पुत्र दिव्यांश कुमार घर के आंगन में खेल रहा था। खेलते-खेलते वह कमरे में आ गया और वहां रखे चने को निगल गया। इसके बाद मासूम रोने लगा और उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। जिसके बाद उसके चाचा गोलू बंसल (27) उसे फौरन मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गया। उसका आरोप है कि जब भी वे डॉक्टर से बच्चे की स्थिति के बारे में पूछते, तो उन्हें कहा जाता था कि बड़े डॉक्टर आकर देखेंगे। उनका कहना है कि उपचार में देरी के कारण बच्चे की मौत हो गई। इस मामले में चिकित्सक ने बताया कि जब बच्चा अस्पताल पहुंचा, तभी से उसकी हालत गंभीर थी। डॉक्टरों की टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया, लेकिन चना गले से होकर फेफड़ों में जाकर फंस गया था।साथ ही इंटरनल ब्लीडिंग भी शुरू हो गया था। इसी कारण बच्चे की मौत हुई। उन्होंने इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही से इनकार किया है। परिजनों को शव सौंप दिया गया है। वे शव को अपने गृह ग्राम ले गए हैं। हालांकि इस मामले की थाने में अभी तक कोई शिकायत नहीं की गई है।

Loading

Latest News

व्यापारी के घर घुसकर लूट की कोशिश, गले में चाकू अड़ाकर रूपए-पैसे मांगने का आरोप

व्यापारी के घर घुसकर लूट की कोशिश, गले में चाकू अड़ाकर रूपए-पैसे मांगने का आरोप कोरबा। जिले में सिविल लाईन...

More Articles Like This