ठेका कर्मियों के सम्मेलन में गूंजा शोषण का मुद्दा
कोरबा। एसईसीएल के चारों एरिया के ठेका कामगारों का सम्मेलन जेपी कॉलोनी स्थित बीएमएस उपप्रधान कार्यालय में आयोजित किया गया। सम्मेलन में वक्ताओं ने ठेका कामगारों के शोषण को लेकर अपनी-अपनी बात रखी। इस दिशा में आंदोलन व किए जा रहे प्रयास पर चर्चा की गई। अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के अध्यक्ष टिकेश्वर सिंह राठौर ने बताया कि नागपुर में अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ की 108 वीं कार्यसमिति बैठक में कोयला क्षेत्र में कार्यरत ठेका मजदूरों की समस्याओं को लेकर चर्चा व सुझाव उपरांत निर्णय लिए गए थे। इसके अनुसार ठेका कर्मियों का सम्मेलन आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि कोलयांचल क्षेत्र में कार्यरत ठेका मजदूरों का शोषण हो रहा है। वर्तमान परिदृश्य में कोयला क्षेत्र में कार्यरत सभी ठेका मजदूरों को हाई पावर कमेटी में लिए गए निर्णय के अनुसार वेतन, सोशल सिक्योरिटी, चिकित्सा सुविधा, सुरक्षा उपकरण, वेतन स्लिप, सीएमपीएफ कटौती की जानकारी, बच्चों को अध्ययन हेतु स्कूलों में भर्ती, कंपनी के रिक्त आवासों में आवास आवंटन आदि तमाम सुविधाएं मिलनी चाहिए। मगर कोयला क्षेत्र में कार्यरत ठेकेदार प्रबंधन के साथ मिलकर मजदूर की सुविधा व उनके वेतन को धड़ल्ले से कटौती कर रही है। प्रबंधन जिनको हाई पावर कमेटी के तहत प्रत्येक ठेका कर्मी को मिलने वाली सुविधाओं की देखरेख हेतु जिम्मेदारी दी गई है। वे मूक दर्शक बने बैठे हैं। संगठन महामंत्री अशोक कुमार सूर्यवंशी ने कहा कि ठेका कर्मियों का सम्मेलन उनके हक व जिम्मेदारियों की जानकारी देने तथा उन पर हो रहे शोषण के खिलाफ ल?ने हेतु रखा गया है। ठेका मजदूरों के हक की लड़ाई भारतीय मजदूर संघ लड़ेगा। जिसके तहत कोरबा, कुसमुंडा, गेवरा, दीपका क्षेत्र में कार्यरत ठेका मजदूर का भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर की ओर से कोरबा में ठेका मजदूरों का सम्मेलन आयोजित किया गया है। सम्मेलन में अश्वनी कुमार मिश्रा अध्यक्ष, अशोक कुमार सूर्यवंशी महामंत्री, नवरतन बरेठ जिला मंत्री, भारतीय मजदूर संघ के अलावा भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर के वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।