डिमांड रही ज्यादा, हांफे उत्पादन कंपनी के पावर प्लांट, सेंट्रल सेक्टर से लेनी पड़ी 2800 मेगावाट से अधिक बिजली
कोरबा। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की एचटीपीपी संयंत्र की 500 मेगावाट की इकाई क्रमांक 5 वार्षिक रखरखाव के लिए बंद रखी गई है। शुक्रवार को प्लांट की 210 – 210 मेगावॉट क्रमांक 1 और 4 से भी उत्पादन बंद हो गया। जिससे संयंत्र का उत्पादन 1340 मेगावाट क्षमता के मुकाबले गिरकर महज 327 तक हो गया था। इस बीच प्रदेश में बिजली की डिमांड 4500 मेगावाट के पार पहुंच रही थी। बिजली की डिमांड को पूरा करने सेन्ट्रल सेक्टर से 2800 मेगावाट से अधिक बिजली लेनी पड़ी। इसके बाद भी पिक लोड अवर में बिजली की डिमांड उपलब्धता से कहीं अधिक रही। प्रदेश में ओवर ड्राल की स्थिति बनी रही।
बारिश के थम जाने से बिजली की डिमांड में एक बार फिर इजाफा हो गया है। शुक्रवार को बिजली की अधिकतम मांग 4500 मेगावाट के पार पहुंच गई थी। इसके मुकाबले बिजली की उपलब्धता 4200 मेगावाट के करीब रही। लगभग 380 मेगावाट बिजली ओवरड्राल करनी पड़ी। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के थर्मल संयंत्रों की क्षमता 2840 मेगावाट है। बांगो हाइडल प्लांट से 120 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होता है। शुक्रवार को एचटीपीपी संयंत्र की 2 इकाई अचानक ट्रिप हो गई। संयंत्र की 500 मेगावाट की इकाई पहले से ही बंद है। ऐसे में संयंत्र से मामूली बिजली उत्पादन होने के कारण उत्पादन कंपनी के संयंत्रों से 2840 मेगावाट क्षमता के मुकाबले लगभग 1700 मेगावाट तक बिजली बन पा रही थी। इसकी वजह से बिजली की डिमांड पूरा करने में सेंट्रल सेक्टर पर निर्भरता बढ़ गई। हालांकि एचटीपीपी बंद इकाई क्रमांक 1 को जल्द उत्पादन में लाने के प्रयास में प्रबंधन के अफसर जुटे हुए थे। वहीं इकाई क्रमांक 4 को ट्यूब लीकेज कारण ट्रिप होना बताया गया। जिसे जल्द उत्पादन में लाने की बात कही जा रही है।राज्य उत्पादन कंपनी के एचटीपीपी संयंत्र से उत्पादन में कमी के बीच दो अन्य संयंत्र डीएसपीएम और मड़वा का भरपूर साथ मिला। डीएसपीएम से 500 मेगावाट के मुकाबले 450 व मड़वा से 1000 के मुकाबले 850 मेगावाट तक बिजली बन रही थी। साथ ही बांगो हाइडल प्लांट की 2 इकाई से 80 मेगावाट तक अतिरिक्त बिजली का उत्पादन हो रहा था। संजय शर्मा, मुख्य अभियंता एचटीपीपी ने बताया कि बंद इकाईयों से जल्द बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। इकाई क्रमांक 5 का वार्षिक रखरखाव जल्द पूरा होगा। संभवत 3 दिन बाद इकाई से बिजली उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा।