पहले सावन ने किया निराश दूसरे से जागी उम्मीद,बीते दो महीने में सामान्य से कम बारिश, किसानों की बढ़ी टेंशन
कोरबा। इस बार दो सावन पड़ रहे हैं। पहले सावन के चार सोमवार बीत चुके हैं। अब दूसरे सावन की शुरुआत हो चुकी है। पहला सावन सूखा सूखा सुखा ही बीता था। अब दूसरे सावन की शुरुआत के साथ ही बारिश शुरू हो गई हैं। किसानों को उम्मीद है कि दूसरे सावन में खेतों की प्यास जरूर बुझेगी। बारिश सीजन के बीते दो महीने में सामान्य से कम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेत भी सूखने लगे हैं। इसी तरह मानसून कमजोर रहा, तो आने वाले दिनों खेतों में दरारें पड़ने लगेगी। सूखा बोआई कर चुके किसानों को बियासी के लिए अच्छी बारिश का इंतजार है, तो ऐसे किसान जिन्होंने खेतों में रोपा लगाने अब तक बोआई नहीं की है। उन्हें भी खेतों में पानी भरने का इंतजार है। धान की नर्सरी भी तैयार है, लेकिन अधिकांश किसान रोपा नहीं लगा पा रहे हैं।इससे खेती-किसानी के काम में तेजी नहीं आ पा रही है। दूसरी ओर धान की नर्सरी भी तैयार हो चुकी है। चैतमा के किसानों की माने तो समय पर रोपा नहीं लगा पाने से धान की नर्सरी बढ़ने पर फसल उत्पादन पर असर पड़ेगा। खेतों में पानी नहीं होने से किसानों को अच्छी बारिश का इंतजार है। मानसून के दो महीने बीतने के बाद भी अब तक 50 फीसदी किसान ही सूखा बोआई कर पाए हैं। रोपा लगाने किसानों को अच्छी बारिश का इंतजार है। हालांकि अब बारिश शुरू होने से किसानों की टेंशन दूर हुई है।