भटक रहे मूक बधिर अभय को मिला स्कूल में दाखिला,लोक जनशक्ति पार्टी जिला अध्यक्ष ने की मदद
कोरबा। जिले के वनांचल ग्राम पंचायत जिल्गा निवासी काहेंद्र सिंह राठिया पिछले 3 वर्षों से अपने मूक-बधिर बेटे अभय को स्कूल में दाखिल कराने के लिए भटक रहा था। इस खबर को हमने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था जिसका असर हुआ है। खबर के माध्यम से लोक जनशक्ति पार्टी (रा.) के कोरबा जिला अध्यक्ष राजकुमार दुबे को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने अभिभावक से यह जानने का प्रयास किया कि किस कारण से अभय का दिव्यांग स्कूल में दाखिला नहीं हो पा रहा है। अभिभावक ने बताया कि 3 वर्षों से विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जिला अस्पताल कोरबा में भटक रहा है, आज तक पुत्र का विकलांगता सर्टिफिकेट नहीं बनाया गया है जिसके कारण अभय का स्कूल में दाखिला नहीं हो पा रहा है। राजकुमार दुबे ने जिला चिकित्सालय में जाकर सीएमएचओ डॉ. एस एन केशरी से मिलकर विकलांगता सर्टिफिकेट बनाने की प्रक्रिया पूछा। सभी प्रक्रिया को पूर्ण करवाया तथा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक पर्ची जारी कर अभिभावक को दिया गया था और कहा गया कि पत्र के माध्यम से पुत्र का दाखिला हो जाएगा। जब अभिभावक स्पेशल स्कूल गया तो अभय को दाखिला देने से मना कर दिया गया। स्कूल प्रबंधन का कहना था कि जब तक विकलांगता सर्टिफिकेट लेकर नहीं आते, तब तक दाखिला नहीं मिलेगा।अभय के पिता ने फिर श्री दुबे से संपर्क कर बताया। श्री दुबे 11 जून को कलेक्टर जनदर्शन में अभिभावक को लेकर पहुंचे तो संबंधित विभाग को कलेक्टर संजीव झा ने निर्देश दिया कि इस बच्चे का किसी भी हालत में दाखिला होना चाहिए। कलेक्टर के निर्देश उपरांत समाज कल्याण विभाग, कोरबा के उप संचालक द्वारा इनरव्हील एजुकेशन सोसायटी को निर्देश पत्र जारी कर मूक-बधिर अभय को दाखिला देने निर्देशित किया गया राजकुमार दुबे की पहल से अभय का दाखिला दिव्यांग स्कूल में हो गया।