हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवाने में नहीं दिलचस्पी, जिले में महज 18 प्रतिशत वाहनों में ही लगी है नई प्लेट
कोरबा। प्रदेश में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य है, लेकिन 10 माह बीतने के बाद भी जिले में महज 18 प्रतिशत वाहनों में ही नई प्लेट लगी है। कार्रवाई में ढील की वजह से वाहन मालिक लापरवाही बरत रहे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार ने 10 माह पहले दिसंबर 2024 में सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य किया है। वैसे प्रदेश में 1 अप्रैल, 2019 के बाद खरीदे गए वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ एचएसआरपी लग रहा था। वहीं उक्त अवधि से पहले खरीदे गए वाहनों में ही पुरानी प्लेट लगी है। सरकार ने एचएसआरपी लगाने अवधि तय की थी। जिले में नई प्लेट लगाने ट्रांसपोर्टनगर सहित अन्य क्षेत्र में फिटमेंट सेंटर खोले गए, जहां शुरुआत में वाहन मालिकों की ऐसी भीड़ थी कि पांव रखने की जगह नहीं रहती थी। भीषण गर्मी में भी लोग नई प्लेट लगवाने खड़े रहते थे, लेकिन अब स्थिति ऐसी है कि सेंटर अब खाली हैं। 10 माह के दौरान जिले में नई प्लेट लगाने के दायरे में आ रहे कुल 2 लाख 65 हजार 812 वाहनों में अब तक 45 हजार 653 वाहन अर्थात 18 प्रतिशत वाहनों में ही एचएसआरपी लग पाया है। बाकी 82 प्रतिशत वाहन अब भी पुरानी नंबर प्लेट लगाकर चलाए जा रहे हैं। परिवहन विभाग ने तय अवधि के बाद कार्रवाई शुरू की थी तो फिटमेंट में लोग नई प्लेट लगवाने पहुंच रहे थे, लेकिन कार्रवाई में ढील देते ही लोग भी लापरवाही बरतने लगे हैं। फिटमेंट सेंंटर के कर्मचारियों ने बताया कि एचएसआरपी की अनिवार्य घोषित होने के बाद शुरुआत के दिनों में प्रतिदिन औसतन 12 सौ लोग नई प्लेट लगवाने पहुंच रहे थे। तब कर्मचारियों के पास दिनभर सांस लेने की फुर्सत नहीं रहती थी। वहीं अब दिनभर वाहन मालिकों के आने का इंतजार करना पड़ता है, मुश्किल से 200 लोग पहुंचते हैं।