अधिकारियों की अनदेखी और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता की भेंट चढ़ गया गरीब का आशियाना, कई बार शिकायतों के बाद भी नहीं हटाया सूखा पेड़, मकान में गिरा एक हिस्सा
कोरबा। मंगलवार को मंगलू महंत का आशियाना अधिकारियों की अनदेखी और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता की भेंट चढ़ गया। इस घटनाक्रम ने इतना तो जाहिर कर दिया है कि गरीब को तिल-तिल कर ही दूसरों के रहमो करम पर जीना पड़ता है। नगर पालिका परिषद बांकीमोगरा के वार्ड क्रमांक 3 मोंगरा बस्ती के भीमसेन मंदिर परिसर के समीप आबादी क्षेत्र में एक विशाल बरगद का सूखा पेड़ है। इसे कटवाने को लेकर ग्रामवासियों ने कई बार जन-धन की हानि की आशंका व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन से पत्र व्यवहार और नगर पालिका परिषद सीएमओ को भी पत्र लिखा था और सुशासन तिहार में भी लिखित शिकायत पत्र दिया। तमाम पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और इसका खामियाजा गरीब को भुगतना पड़ गया। यह सब तब हुआ जब इसी रास्ते से पेड़ को देखते हुए रोज सीएमओ, पालिकाध्यक्ष, पार्षद गुजरते रहे।17 जून, मंगलवार को हल्की सी बारिश से उक्त पेड़ का आधा हिस्सा टूटकर ग्रामीण मंगलू दास के घर पर गिर पड़ा। इस घटना से घर में मौजूद उसके बड़े लडक़े आलोक दास को हल्की चोट आई वहीं मंगलू दास का घर पूरी तरह से टूट गया,मौजूद सारे सामान क्षतिग्रस्त हो गए। मंगलू, उसकी पत्नी गीता औऱ पुत्र आलोक से सिर से आशियाना पल भर में छिन गया। उनके पास रहने का कोई ठिकाना ही नहीं बचा। डाल गिरने से विद्युत व्यवस्था भी बाधित हुई है।गरीब मंगलू का परिवार सिस्टम और अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गया।