आदिवासी सेवा सहकारी समिति मोरगा में भारी अनियमितता, ग्रामीणों ने तीन दिवस के भीतर प्रबंधक को की हटाने की मांग, किसानों पर डाल दिया अतिरिक्त ऋण व खाद का बोझ,
कोरबा। जिले के आदिवासी सेवा सहकारी समिति मर्यादित मोरगा में किसानों का शोषण किया जा रहा है। उनके नाम पर अतिरिक्त ऋण व खाद का बोझ डाला जा रहा है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से किसान नराज हैं। अब उन्होंने पुन: कलेक्टर से शिकायत कर समिति प्रबंधक को तीन दिन के भीतर हटाने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्तिकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है। कलेक्टर से किए गए शिकायत में किसानों ने कहा है कि आदिवासी सेवा सहकारी समिति मर्यादित मोरगा में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समिति प्रबंधक के द्वारा मनमाने ढंग से किसानों की मंजूरी के बगैर उनके खातों में गैर कानूनी तरीके से ऋण लिया गया है। साथ ही अनाधिकृत रूप से खाद की मात्रा चढ़ाकर किसानों के नाम पर अतिरिक्त व अनाधिकृत ऋण के रूप में कर्ज में डाल दिया गया है। साथ ही कुछ किसानों के नाम पर विपणन वर्ष 2023-24 में भी अनाधिकृत रूप से ऋण की राशि व खाद की अतिरिक्त मात्रा चढ़ाई गई थी। जिसका भुगतान किसानों के द्वारा अपने स्वयं की धान को देकर किया गया था। जिसकी राशि का भुगतान समिति प्रबंधक के द्वारा आज पर्यन्त तक नहीं किया गया है। शिकायत में मांग की गई है कि अनियमितता को ध्यान में रखते हुए समिति प्रबंधक महेन्द्र शर्मा के खिलाफ उचित कार्रवाई करते हुए उन्हें 3 दिवस के भीतर पद मुक्त किया जाए। कार्रवाई नहीं होने पर समिति में पंजीकृत किसानों द्वारा आदिवासी सेवा सहकारी समिति मर्यादित मोरगा के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
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बैठक में लिया गया निर्णय
मामले में मंगलवार को समिति के पंजीकृत किसानों की बैठक हुई। जिसमें किसानों के साथ की गई अनियमितता पर चर्चा की गई। 22 सितंबर को कलेक्ट्रेट में आवेदन दिया गया था। जिसका आज तक निराकरण नहीं हुआ। किसानों ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया है कि किसानों के नाम पर अतिरिक्त खाद व ऋण की समस्या का निराकरण किया जाए।