कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की सड़क से निकल रही बजरी, प्रभारी मंत्री डिप्टी सीएम के जिले की सड़क का बुरा हाल, श्रम मंत्री और महापौर भी नहीं दिखा रहे सक्रियता
कोरबा। कोरबा शहर की सड़क कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। निर्माण कार्य और मरम्मत के कुछ माह बाद ही सड़कों से बजरी निकल रही है। सड़क पर शहर की सियासत साकेत और रोड तक आ चुकी है। निगम नेता प्रतिपक्ष हितानन्द अग्रवाल मेयर राज किशोर प्रसाद पर कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए भीख मांगकर प्रर्दशन भी कर चुके हैं। कोरबा डिप्टी सीएम अरूण साव का प्रभार जिला और उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन का गृह जिला है। इसके बाद भी सड़क बदहाल है।
नगर पालिक निगम के महापौर के साथ ही छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री का विधानसभा क्षेत्र भी है। फिर भी दोनों निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री के अधीनस्थ कमिश्नर निगम होते हैं तो फिर मंत्री निगम के अधीनस्थ कर्मचारी व अधिकारियों से काम क्यों नहीं करवा पा रहे हैं, यह बड़ा सवाल है। निगम क्षेत्र के रोड की जो स्थिति बनी है वह सबसे खतरनाक है। आने जाने वाले व्यक्तियों को जान जोखिम में डालकर बाइक चलाना पड़ रहा है। मंत्री, महापौर और जिला प्रशासन मूक दर्शक बने हुए हैं। आम जनता के जान माल से खिलवाड़ हो रहा है। लोग अब सवाल भी कर रहे हैं कि आखिर इस तरह से भ्रष्टाचार करने वालों पर एफआईआर की कार्यवाही क्यों नहीं कराई जा रही है? धूल और डस्ट से जनता परेशान है। भ्रष्टाचार पर शासन और प्रशासन मेहरबान नजर आ रहा है। खास बात यह है कि नगरी निकाय मंत्री अरुण साव कोरबा जिला के प्रभारी मंत्री भी है। इसके बाद भी शहर की दुर्गति है। नगर निगम ने लगभग 11 करोड़ रुपए की लागत से शहर की मुख्य सडक़ का डामरीकरण करवाया था। सडक़ निर्धारित अवधि से पहले ही उखडऩे लगी। सडक़ की गिट्टी अलग हो गई। तब ठेकेदार ने गारंटी अवधि की बात कहकर इसकी मरम्मत की लेकिन अब गारंटी अवधि समाप्ति का हवाला दिया जा रहा है। जिसका खामियाजा सडक़ से गुजरने वाली जनता को भुगतना पड़ रहा है। इस बारिश में शहर की मुख्य सडक़ पूरी तरह उखड़ गई है। कोसाबाड़ी चौक से लेकर ट्रांसपोर्ट नगर तक सडक़ की एक मोटी परत बाहर आ गई है। जीरा गिट्टी हवा के साथ उड़ रही है इससे लोगों आने-जाने में परेशानी हो रही है। दोपहिया और तीन पहिया वाहन में सवारी करना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है। सडक़ से उडऩे वाली धूल लोगों के आंख और नाक में समा रही है। कपड़ों को गंदा कर रही है लेकिन ठेकेदार रोड बनाने के लिए तैयार नहीं है। ठेकेदार का कहना है कि उसने गारंटी की अवधि पूरी कर ली है जबकि नगर निगम का कहना है कि ठेकेदार ने काम नहीं किया है। निगम और ठेकेदार के बीच चल रहे विवाद के कारण क्षेत्र की जनता को काफी परेशानी हो रही है।हालांकि नगर निगम सडक़ पर फैली गिट्टी को झाडू लगाकर उठा रहा है, इसके लिए जोनवार सफाई कर्मचारियों को कार्य पर लगाया गया है लेकिन सडक़ इस कदर उखड़ चुकी है कि झाडू लगाकर गिट्टी को उठा पाना कठिन हो रहा है। हाल ही में हफ्ते भर हुई बारिश के बाद सडक़ दोबारा उखड़ गई है और फिर धूल उडऩे लगी है। ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में सीएसईबी चौक से लेकर ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा तक सडक़ का हाल बेहद बुरा है। निहारिका घंटाघर से लेकर कोसाबाड़ी चौक तक की भी सडक़ ठीक नहीं है। दोपहिया चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। हालांकि कई स्थानों पर झाड़ू लगाकर उखड़ी बजरी को हटाया जा रहा है। वहीं धूल से राहत दिलाने पानी का छिडक़ाव किया जा रहा है।