Saturday, May 31, 2025

कोरबा के आमों की महाराष्ट्र और भोपाल में बंपर डिमांड, दशहरी और आम्रपाली प्रजाति के आमों की हुई है पैदावार

Must Read

कोरबा के आमों की महाराष्ट्र और भोपाल में बंपर डिमांड, दशहरी और आम्रपाली प्रजाति के आमों की हुई है पैदावार

कोरबा। बाजार में इन दिनों जहां भी नजर जा रही है आम ही आम दिख रहे हैं। फलों के राजा आम की मिठास के लोग दीवाने हैं। कोरबा में जहां अलग अलग राज्य के आम बिक रहे हैं, वहीं कोरबा के आमों की डिमांड महाराष्ट्र और भोपाल में है। करतला ब्लॉक के किसानों ने व्यापक पैमाने पर आम की खेती की है। जिले के करतला ब्लॉक के 30 से अधिक गांव के किसानों ने आम की खेती की है। यहां दशहरी और आम्रपाली प्रजाति के मीठे आमों के बागान लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। ब्लॉक में 55 हजार से अधिक आम के पेड़ लगे हैं, जिनमें से लगभग 35 हजार पेड़ों पर इस बार फल लगे हैं। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सहयोग से हर साल आम के पेड़ लगाए जा रहे हैं, जिससे आम उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है। करतला के आमों की मिठास अब महाराष्ट्र और भोपाल तक फैल गई है। इस साल दशहरी और आम्रपाली आम की बंपर पैदावार ने किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है। इस बार महाराष्ट्र के नागपुर, मुंबई समेत भोपाल से भी कोरबा के आमों की मांग आई है, जिससे किसानों में उत्साह का माहौल है। किसानों को आम की अच्छी कीमत मिले, इसके लिए वे सहकारी समितियों के माध्यम से आम की बिक्री करते हैं। पहले बिचौलिए कम दामों में आम खरीदकर ले जाते थे, जिससे किसानों को नुकसान होता था। अब सहकारी समितियों के माध्यम से बिक्री होने से किसानों को बाजार तक नहीं जाना पड़ता और उन्हें उचित मूल्य मिलता है। शुरुआत में यहां के आमों की आपूर्ति रायपुर, बिलासपुर, भिलाई तक ही सीमित थी, लेकिन इस बार नागपुर, मुंबई, दिल्ली और भोपाल से भी डिमांड आई है, जो कोरबा के आमों की लोकप्रियता का प्रमाण है।
बॉक्स
पारंपरिक तरीके से पकाए जा रहे आम
वैसे तो आम को रासायनिक पदार्थ से पकाकर अधिक मुनाफा का लालच व्यापारियों में होता है। मगर करतला के दशहरी आम की खासियत है कि इन्हें रासायनिक तरीकों से नहीं पकाया जाता। आम की मांग का एक बड़ा कारण यह भी है कि यहां पारंपरिक तरीके से आमों को पकाया जाता है, जिससे उनका स्वाद और गुणवत्ता बरकरार रहती है।
बॉक्स
कमा रहे 45 से 50 हजार रुपये तक मुनाफा
जिले में लगभग 1900 किसान आम की खेती से जुड़े हैं। किसान बताते हैं कि प्रत्येक किसान औसतन 45 से 50 हजार रुपये तक का मुनाफा कमा रहा है। साल दर साल आम की पैदावार में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे किसानों की आय में भी वृद्धि हो रही है। किसानों की भविष्य की योजना आम और जामुन का प्रोसेसिंग कर पल्प निकालना है, जिससे उनकी आमदनी में और इजाफा हो सके।करतला के किसानों को आगे बढ़ता देखकर अब अन्य ब्लॉक के किसान भी आम की खेती में रुचि लेने लगे हैं। यह निश्चित रूप से कोरबा जिले के किसानों के लिए एक सकारात्मक संकेत है और यह आम की खेती को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Loading

Latest News

छत्तीसगढ़ प्रदेश सदभाव पत्रकार संघ की हुई बैठक सम्पन्न

छत्तीसगढ़ प्रदेश सदभाव पत्रकार संघ की हुई बैठक सम्पन्न   दिनांक 27 मई 2025 को छत्तीसगढ़ प्रदेश सदभाव पत्रकार संघ की...

More Articles Like This