क्षतिग्रस्त पुल का नहीं हुआ सुधार, यात्री सुविधाओं पर पड़ रहा असर, यात्री गाडिय़ां बस स्टैंड की बजाय राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर सीधे कर रही आना-जाना
कोरबा। विकासखंड पाली अंतर्गत स्थित ग्राम चैतमा कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहा है। चैतमा के बांस टाल में बना एक पुल बारिश में बह गया था जिसे आज तक लोक निर्माण विभाग मरम्मत नहीं करा सका है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग बनने से चैतमा के बस स्टैंड तक यात्री गाडिय़ां भी नहीं जा रही हैं। गाडिय़ां राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर सीधे आना-जाना कर रही है इससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। मांगों के समर्थन में गांव की महिलाएं जिला मुख्यालय पहुंचीं। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया। बताया कि जब से कटघोरा से पतरापाली तक सडक़ का कार्य हुआ है उनके गांव चैतमा के बस स्टैंड तक यात्री बसों का आना-जाना बंद हो गया है। यात्री गाडिय़ां राजमार्ग होकर सीधे आना-जाना कर रहीं हैं। इससे गांव के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ग्रामीणों ने बताया कि राजमार्ग पर उनके गांव में ओवरब्रिज बनाया गया है। यात्रियों को ओवरब्रिज पर ही उतार दिया जाता है इससे हादसे की आशंका बनी रहती है। कई बार लोग दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं। ओवरब्रिज से उनके गांव की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है। ग्रामीणों को ज्यादा परेशानी रात के समय होती है जब साधन नहीं होते। बस चालक अपनी गाडिय़ां मेनरोड से ही लेकर चले जाते हैं। कई बार अकेली सफर करने वाली महिलाएं भी उतरतीं हैं इस स्थिति में उन्हें दो किलोमीटर तक चलना मुश्किल होता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गांव के बस स्टैंड तक यात्री बसों को चलाने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रशासन के हस्तक्षेप से यात्री गाडिय़ां पूर्व की तरह ही चैतमा बस स्टैंड पहुंच सकती है और फिर हाइवे पर चढक़र आगे की ओर जा सकती है। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेगा तब ग्रामीण फिर प्रशासन के पास आएंगे। वे तब तक आएंगे जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती।