चार माह ब्रेक के बाद फिर गूंजने लगी शहनाइयां, विवाह का मुहूर्त 15 दिसंबर तक, बाजार में दिखने लगी रौनक
कोरबा। चार माह लंबे ब्रेक के बाद फिर से शहनाइयां गूंजने लगी है। विवाह का मुहूर्त 15 दिसंबर तक है। इस अवधि में शहर के दर्जनों होटल व मैरिज भवन और बाजार गुलजार रहेगा। वाहन, बैंड बाजा, फोटोग्राफर, टेंट, मैरिज गार्डन से लेकर कैटरिंग से जुड़े व्यवसाय में एकाएक उछाल आया है। सबसे ज्यादा कपड़े, बर्तन, जेवर, सजावट खाद्य सामग्री टेंट, फूल माला की दुकानों में सामान की बिक्री बढऩे से बाजार में रौनक है। वैवाहिक कार्यक्रम के लिए लोगों ने खरीदारी तेज कर दी है। बाजारों में त्योहार बीतने के बाद भी रौनक बनी हुई है। बाजारों में साड़ी सूट, लहंगा, लाचा, पैंट शर्ट, कोट पेंट, शेरवानी, जूते चप्पल, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक की खरीदारी हो रही है। डेकोरेशन लाइट ढोल की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। मैरिज गार्डन संचालक बताते हैं कि पिछले 4 महीने से शादियां नहीं हो रही थी। हिंदू धर्म की मान्यता के मुताबिक भगवान श्रीहरि विष्णु देव उठनी एकादशी तक 4 महीने के लिए योग निद्रा में रहते हैं। इस बीच मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध रहता है। ऐसे में मैरिज होटल का कारोबार भी ठंडा चल रहा था। 4 महीने बाद अब विवाह शुरू होने जा रहे हैं। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग बुकिंग के लिए पहुंच रहे हैं। सराफा व्यापारी ने बताया कि इस बार शादी के सीजन में लोग हल्की फैंसी और आर्टिफिशियल ज्वेलरी लेना पसंद कर रहे हैं। शोरूम में भी मांग के अनुसार आभूषण तैयार किए जा रहे हैं। लोग पारंपरिक डिजाइनों क्या आभूषण के साथ नई डिजाइनों को भी पसंद कर रहे हैं। कलात्मक रूप से तैयार सोने व चांदी की जेवरातों के डिजाइन आंखों को पसंद आ रही है। ब्यूटी पार्लर संचालिका कहती है कि दुल्हनों और अन्य महिलाओं को वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए तैयार करने ब्यूटी पार्लर भी तैयार हैं। दुल्हन को तैयार करने के लिए कई दिन लगते हैं। उसकी स्कीन की जांच की जाती है और उसके अनुरूप सामग्री का उपयोग किया जाता है। इस वजह से कई दिन पहले बुलाया जाता है। कपड़ा व्यवसायी ने बताया कि एकादशी के बाद शादियों के मुहूर्त रहने से फैंसी कपड़ों की मांग है। शादियों में पारंपरिक परिधानों का चलन है। यह मौसम के आधार पर बेलन कपड़े की भी मांग जारी है। पहले से ही तैयारी थी। उपभोक्ताओं की पसंद का भी ध्यान रखा जा रहा है। प्रदीप जैन ने बताया कि उपहार में दिए जाने वाले फर्नीचर, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामग्री भी लोग खरीद रहे हैं। अधिकांश सामान खरीदने वाले लोगों ने बुकिंग कर ली है। निश्चित तारीख को सामग्री सीधे पहुंचाया जाएगा। मैरिज होटल के संचालक का कहना है कि शहर में स्थान की कमी के चलते बारात घरों में लोग कार्यक्रम करते हैं। शहर में करीब आधा दर्जन से ज्यादा बारात घर है। इनमें विशेष पैकेज भी तैयार किए गए हैं। टेंट व्यवसायी का कहना है कि बैंड बाजा के साथ कैटरिंग, मैरिज गार्डन, फोटो-वीडियो के लिए कैमरामैन के साथ ही कपड़ा ज्वेलरी गिफ्ट आइटम की आवश्यकता होती है। कुछ दिनों से मिठाई, सहित अन्य सामग्री की खरीदी भी बढ़ गई है। लोग शादियों के लिए अलग से ऑर्डर देकर मीठा बनवा रहे हैं।