पहाड़ों में ड्रोन की मदद से सीड बॉल का शुरू हुआ छिड़काव, वन विभाग का पौधारोपण अभियान शुरू
कोरबा। मानसून आते ही वन विभाग का पौधारोपण अभियान शुरू हो चुका है। इस वर्ष पहाड़ों पर जमीन के खाली पैच पर भी जंगल विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए वन विभाग ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। जिले में मौजूद पहाड़ की अलग-अलग चोटियों पर ड्रोन की मदद से सीड बॉल का छिड़काव किया जा रहा है। सीड बॉल छोटी सी गेंद जैसी होती है। इसमें बीज, मिट्टी और खाद का मिश्रण होता है। एक सीड बॉल में अलग-अलग प्रजातियां के पौधों के बीज मौजूद हैं। जिन्हें विशेष तौर पर ड्रोन से छिड़काव करने के लिए ही तैयार किया गया है। गीली मिट्टी में सूखे बीज को डाल कर इसे गोलाकार दिया जाता है। एक बॉल का वजन 10 से 20 ग्राम होता है, ड्रोन कैमरा एक बार में 100 बीजों को उठा सकता है। इस साल बीज छिड़काव के लिए वन विभाग ने कटघोरा वनमंडल के पसान के पहाड़ी क्षेत्र का चयन किया है। ड्रोन कैमरे के सहारे पहाड़ पर खाली जगह की तलाश की जाती है। बेहतर रोपाई की संभावना के अनुसार बीज ऊंचाई से गिराया जाता है। वन क्षेत्र में अभी तक ढाई हजार बीजों को छिड़काव किया जा चुका है। विभागीय अधिकारी की माने मैदानी क्षेत्र की तुलना में पहाड़ के ऊपर लगाए गए पौधे अधिक सुरक्षित रहते हैं। कोरबा जिले में वनों का क्षेत्रफल 40 फ़ीसदी है। इस बार ढ़ाई लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। जामुन, करंज, नीम को मिलाकर अलग-अलग प्रजाति के कई पौधे लगाए जा रहे हैं। पौधा तैयार करने के लिए बीजों को उपचारित किया गया है। जामुन फलदार पौधे में शामिल हैं। वहीं नीम और करंज औषधीय प्रजाति की श्रेणी में आते हैं। वन्य जीव बंदर-भालू के लिए जामुन बेहतर अहार होता है। पर्याप्त मात्रा में आहार मिलने से रहवासी क्षेत्र की ओर जानवरों का पलायन नहीं होगा।