बाल संप्रेक्षण गृह से भागे दो निरुद्ध अपचारी बालक, चोरी और पॉक्सो एक्ट मामले में थे निरुद्ध
कोरबा। सोमवार तडक़े टॉयलेट करने के लिए जाने के बहाने बाथरूम की खिडक़ी के रास्ते से दो आरोपी (अपचारी बालक) फरार हो गए। किशोरवय विधि से संघर्षरत अपचारी बालकों को निरुद्ध रखने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शासकीय बाल संप्रेक्षण गृह का संचालन हो रहा है। पूर्व में ग्राम रिसदी में किराए के मकान में इसका संचालन अव्यवस्थाओं के बीच हो रहा था। निर्माणाधीन भवन एप्रोच रोड का अभाव के कारण अपूर्ण रहा। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने अपने निरीक्षण के दौरान काफी नाराजगी जाहिर की तो आनन-फानन में करीब 25 लाख रुपए खर्च कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के साथ बीते शुक्रवार को बाल संप्रेक्षण गृह को बालको में थाना के सामने स्थित भवन में शिफ्ट किया गया।
रिसदी स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध सभी अपचारी बालकों को नए भवन में शिफ्ट कराया गया और यहां से व्यवस्थाओं का संचालन प्रारंभ हुआ। बालको क्षेत्र में बाल संप्रेक्षण गृह के लिए प्रारंभ होने के बाद भागने की पहली बोहनी दो किशोरों ने कर दी। चोरी/छिनतई के मामले में एक 16 वर्षीय किशोर को यहां 19 जून को किशोर न्याय बोर्ड के आदेश पर निरुद्ध किया गया और छेड़छाड़ व पॉक्सो एक्ट के मामले में एक अन्य किशोर 17 वर्ष को यहां 16 जून को निरुद्ध किया गया। यह दोनों अपचारी बालक जो कि एक जांजगीर-चांपा जिले तथा दूसरा कोरबी पुलिस चौकी अंतर्गत का निवासी है। 30 जून की तडक़े 4 बजे अपने कमरे से निकलकर टॉयलेट जाने के लिए गए और उसके बाद वहां से रोशनदान की जाली तोडक़र फरार हो गए। इसकी जानकारी होते ही बाल सम्प्रेक्षण गृह बालक के प्रभारी अधिकारी ने आनन- फानन में सूचना बालको थाना में दी। बालको पुलिस के अलावा जांजगीर-चांपा किशोर न्याय बोर्ड, पुलिस को भी इसकी सूचना भेजी गई है। दोनों अपचारी बालकों की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि जांजगीर का अपचारी बालक लूट/छिनतई के मामले में यहां निरुद्ध था, और 5–6 बार यहां आ चुका है, इसके पहले भी एक बार रिसदी के संप्रेक्षण गृह से भाग चुका है।