बेमौसम बारिश से धान भीगने का मंडरा रहा खतरा, अनुबंध नहीं होने से उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव है ठप
कोरबा। मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है। बदली छा रही है और बेमौसम बारिश का खंतरा मंडरा रहा है और खुले आसमान के नीचे अरबों का धान रखा हुआ है। बफर लिमिट तक धान को बचाने का इंतजाम की व्यवस्था उपार्जन केंद्रों में होने की बात सामने आ रही है। ऐसे में बारिश होती है तो बाकी धान भीग सकते है। इससे सोसायटियों को लाखों का नुकसान होगा। उठाव नहीं होने से समितियों को अब चिंता सताने लगी है। वहीं मौसम को देखते हुए किसान अपना धान शीघ्र बेचने की तैयारी में जुटे हुए हैं। केंद्रों में धान खरीदी में तेजी आ रही है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में इस बार उठाव में पेंच फंस गया है। कस्टम मिलिंग का बकाया भुगतान नहीं होने के चलते मिलर्स धान उठाव के लिए अनुबंध नहीं कर रहे हैं। इससे उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव ठप पड़ा है। स्थिति यह है कि अब उपार्जन केंद्रों में धान की भरपूर आवक होने से बफर लिमिट क्रास होते जा रही है। आने वाले दिनों में जल्द ही धान का उठाव नहीं हुआ तो उपार्जन केंद्रों में धान रखने जगह नहीं बचेगी। इससे खरीदी बंद करनी पड़ी जाएगी। जिले में 64 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी जारी है। 7 दिसंबर तक की स्थिति में जिले में 6283 किसानों से 6 लाख 63 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। लेकिन उपार्जन केंद्रों से अब तक धान के एक दाना का उठाव नहीं हो सका है। इधर खरीदी केंद्रों में अब आवक बढ़ गई है। स्थिति यह है कि 10 से ज्यादा उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट पार हो चुकी है। 7200 क्विंटल बफर लिमिट रखी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के बरपाली, कोटमी, निरधि, सिरमिना समेत 10 के करीब उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट पार हो चुकी है और यहां से उठाव अब तक एक बोरी का नहीं हुआ है।
बॉक्स
सिलियारीभाठा में संग्रहण केंद्र का चिन्हांकन
इधर मार्कफेड के अफसरों की माने तो इस बार उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव कर संग्रहण केंद्रों में रखने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि सिलियारीभाठा में संग्रहण केंद्र के लिए स्थल चिन्हांकित किया जा चुका है लेकिन संग्रहण केंद्र में अभी कोई तैयारी नजर नहीं आ रही न ही किसी भी उपार्जन केंद्र से एक क्विंटल धान संग्रहण केंद्र में भेजा गया है। इधर समितियों का कहना है कि शीघ्र ही उठाव की व्यवस्था नहीं की जाती है तो संघ के माध्यम से संग्रहण केंद्र खोलने और उपार्जन केंद्र से धान का उठाव कराने की मांग करेंगे।
बॉक्स
मौसम विभाग ने जताई बारिश की आशंका
जिले में 6 दिसंबर के बाद से मौसम बदल गया है। कई जगहों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। हल्की बारिश और बूंदाबांदी से मौसम ठंडा रहेगा, लेकिन शनिवार को सुबह से आसमान में बादल छाए हुए थे। अधिकतम तापमान 31 डिग्री व न्यूनतम 17 डिग्री के आसपास रहा। इसके कारण गर्मी महसूस हुई। 9 और 10 दिसंबर से प्रदेश में मौसम साफ होगा और रात के तापमान में गिरावट शुरू होगी। इससे ठंड बढ़ेगी। पिछले चार दिनों से ज्यादा ठंड नहीं पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार समुद्र से बड़ी मात्रा में नमी आएगी। प्रदेश में इस समय दिन और रात का तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। इस वजह से ठंड लगभग गायब हो गई है। दिन का तापमान 27 से 32 डिग्री के बीच बना हुआ है।