भीषण गर्मी में परेशान कर रही है बिजली
कोरबा। आसमान से बरस रही आग, सूर्य का रौद्र रूप, ऊपर से गर्म लू के झोंके, दोपहर में मानो कर्फ्यू लगा हो। चारों ओर सडक़ में छाई वीरानगी। दफ्तरों के बाहर भी केवल इक्के दुक्के खड़ी मोटरसाइकिलें। यह भीषण गर्मी के संकेत नहीं तो क्या है। भटके लोगों को रास्ता बताने वाले भी कोई नहीं मिल रहा। 42 डिग्री सेल्सियस के इस तापमान ने लोगों को घर से बाहर निकलना ही मुश्किल कर दिया है। यूं तो गर्मी छुट्टी हो जाने से स्कूली बच्चों को राहत मिली है, लेकिन दैनिक जीवन में रोजमर्रा की जिंदगी गुजारने वाले लोगों को इसमें सर्वाधिक नुकसान हो रहा है। दिनभर किसी तरह मेहनत मजदूरी कर रोटी का जुगाड़ करने वाले लोगों के लिए यह गर्मी भीषण संकट लेकर आया है। ग्रामीण क्षेत्र सहित पूरे जिले की स्थिति एक जैसी है। इस गर्मी से सूखते जलस्स्रोतों से पशु पक्षियों के लिए भी पेयजल की आफत आ गई है। जिससे समस्त जीव जंतुओं का जीना दुर्लभ हो गया है। मौसम की करवट से लोग शाम लगभग 7 बजे के बाद ही राहत महसूस कर रहे हैं। एक ओर तेज गर्मी, उमस और गर्म हवा के थपेड़े हैं, तो दूसरी तरफ बिजली की धोखेबाजी। लोगों की मुसीबत को बढ़ा दी है। बदहाल विद्युत व्यवस्था और अधिक बढ़ा रही है। लंबे समय तक बिजली गायब रहना और दिन या रात में भी बार-बार इसका आना-जाना लोगों के लिए बहुत अधिक तकलीफदेह हो गया है। लोगों का कहना है 24 घंटे में तीन घंटे तो बिजली गुल रहती ही है।