मंडवारानी मंदिर में घटस्थापना के साथ पर्व की शुरूवात
कोरबा। नवरात्र पंचमी गुरुवार से पहाड़ उपर विराजमान मंडवारानी मंदिर में घटस्थापना के साथ पर्व की शुरूवात हो गई। पर्वतवासिनी शक्ति अनुष्ठान का केंद्र देवी मंदिर का क्षेत्र भर में विशेष महत्व है। मनोकामना के दीप प्रज्वलित होने के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ देवी दर्शन के लिए बढ़ने लगी है। त्रयोदशी तक चलने वाली उत्सव में मेला जैसा वातावरण मंदिर परिसर में बना हुआ है। मड़वारानी मंदिर विशेष तौर जवारा कलश के लिए माना जाता है। पर्व की शुरूवात के साथ मनोकामना की ज्योति कलश के साथ मंदिर में जौ की बुआई भी की गई। जस गीत व देवी भजन से पर्वतीय क्षेत्र का वातावरण भक्ति मय हो गया है। सड़क मार्ग से पहाड़ उपर तक भक्तों का रेला दुर्गम मार्गो में देखा जा रहा है। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र देवी मंदिर आगामी त्रयोदशी तक परंपरागत पूजा अर्चना जारी रहेगी। पहाड़ उपर मंदिर तक पहुंचने के मार्ग को सुगम बनाया गया है। पहाड़ के उपर तक वाहन से पहुंचा जा सकता है। पर्व में बढ़ने वाली भीड़ को देखते हुए आगामी त्रयोदशी तक वाहनों का उपर ले जाना वर्जित कर दिया है। मंदिर परिसर में सुरक्षा के लिहाज व्यापक इंतजाम किया गया है। दूर दराज से पहुंचने वाले श्रद्धालु भक्तो कें विश्राम व पेयजल की व्यवस्था की गई है। दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। कतार में लगकर भक्त दर्शन कर रहे हैं।नवरात्र के पांच दिन पूरे होने के बाद आगामी चार दिनों मेंं ज्योति कलश के अलावा जवारा दर्शन के लिए दर्शनार्थी भक्तों की कतार लगी रहेगी। मंदिर में प्रतिदिन होने वाली आरती पूजा में भक्तों का उत्साह देखा जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में मडवारानी मंदिर के अलावा कोसगई व अष्टभुजी मंदिर चैतुरढ़ में भी भक्तों की भीड़ देखी जा रही है। सर्वमंगला मंदिर में मनोकामना क की ज्योति कलश में हरियाली आने लगी है। श्रद्धालुजन कलश की पूजा अनुष्ठान कर पुण्यलाभ अर्जित कर रहे हैं।