मोहर्रम पर शहर में जगह जगह निकाले गए ताजिए, करबला के शहीदों की याद में गूंजती रही या हुसैन की सदा, जुलुस में उमड़े अकीदतमंद
कोरबा। करबला के शहीदों की याद में यौमे आशूरा पर शहर में ताजिए और जुलूस निकला। इस दौरान करबला के शहीदों के सरदार इमाम हुसैन की याद में ‘या हुसैन’ की सदा गूंजती रही। जुलूस में नौजवानों ने कई हैरतअंगेज करतब दिखाए। शहर के अलग-अलग हिस्सों से ताजि़ए पुराना बस स्टैंड पर इक_ा हुए। मुहर्रम के 10 वें दिन यौमे आशूरा पर शहर की सभी मस्जिदों में दोपहर के वक्त नमाजे जुहर के बाद मिल कर दुआए आशूरा पढ़ी गई। वहीं मस्जिदों, इमामबाड़ों और ताजिया निकलने के रास्ते में जगह-जगह लंगर का इंतजाम किया गया था। जिसमें देर रात तक लोगों ने अपनी भागीदारी दी। दोपहर शहर में ताजिया और अखाड़े का जुलूस अलग-अलग हिस्सों से निकला।