शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी से बच्चों की पढ़ाई पर असर, वैकल्पिक व्यवस्था के साथ कक्षाएं संचालित करने का दावा
कोरबा। निर्वाचन आयोग की ओर से कार्यक्रम की घोषणा के बाद से प्रशासन ने तैयारी पुख्ता करने में जुटी हुई है। इसके लिए जिले के विभिन्न स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें चार हजार पुरूष शिक्षक और दो हजार महिला शिक्षकों को शामिल हैं। शिक्षक चुनाव से पहले प्रशिक्षण सहित अन्य कार्य में जुटे हुए हैं। इसके लिए शिक्षक विद्यालयीन समय को छोडक़र विकासखंड मुख्यालय व जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं। जिससे पढ़ाई पर असर पडऩे लगा है।जिले में चुनावी हलचल तेज हो गई है। इसी के साथ प्रशासन ने भी चुनावी कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। छह नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए कोरबा जिले के आठ हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसका असर अब बच्चों की पढ़ाई पर भी पडऩे लगा है। हालांकि विभाग का दावा है कि ड्यूटी के दौरान शिक्षक की अनुपस्थिति होने पर वैकल्पिक व्यवस्था के साथ कक्षाएं संचालित की जा रही है। कई ऐसे भी स्कूल हैं, जहां एकल व दो शिक्षकीय स्कूल होने के बाद भी विभाग की ओर से इन विद्यालयों के शिक्षकों की ड्यूटी चुनावी कार्यक्रम में लगाए गए हैं। शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण 24 और 25 जनवरी को दिया गया था। दूसरे चरण में 28 से 30 जनवरी के मध्य अलग-अलग विकासखंड के स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों को चुनाव को लेकर प्रशिक्षण दिया गया है। इसके लिए शिक्षक विकासखंड मुख्यालय पहुंच रहे हैं। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। विभाग एक तरफ विद्यालय में शिक्षकों की ड्यूटी के दौरान वैकल्पिक व्यवस्था का हवाला दे रही है।शिक्षकों की ड्यूटी एक तरफ जहां चुनावी कार्यक्रम में लगी हुई है। वहीं इधर 22 जनवरी से चल रही कक्षा 10वीं एवं 12वीं प्री बोर्ड परीक्षा में भी कई प्राथमिक, माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी के शिक्षकों को तैनात किए गए हैं। शिक्षक परीक्षार्थियों की परीक्षा और उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में जुटे हुए हैं।