होली पर गीत कविताओं की फुहार, महामूर्ख कवि सम्मेलन आयोजित
कोरबा। दीपशिखा साहित्य व कला परिषद के बैनर तले, परिषद के संस्थापक हरगोविंद ताम्रकार गागर सागर के निज निवास में फागुन व उनके जन्मदिवस के अवसर पर भव्य महामूर्ख कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
सम्मेलन विगत 25 वर्षों से वरिष्ट व्यंग्यकार कवि हरगोविंद ताम्रकार के निवास में सतत आयोजित होते आ रहा है। जहां न सिर्फ कोरबा के बल्कि छत्तीसगढ़ के कई कविगण अपनी प्रस्तुति देते आ रहे हैं। मां शारदे की पूजा अर्चना व सुमधुर गीतकार संगीता सरगम की सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। आमंत्रित कवियों को परिषद के अध्यक्ष संगीता सरगम द्वारा अबीर लगाकर व टोपी पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया गया। महामूर्खाधिराज की आसंदी पर विराजमान हरगोविंद ताम्रकार व सभापति डॉ. कृष्ण कुमार चंद्रा, अध्यक्ष संगीता सरगम, लता चंद्रा, बलराम राठौर, जीतेंद्र कुमार वर्मा खैरझिटिया, जगदीश श्रीवास और अनुसुइया श्रीवास के द्वारा रंगारंग होली की गीत कविता प्रस्तुत की गई। श्रृंगार, हास्य व वीर रस की धुआंधार बरसती गीत कविताओं में श्रोतागण व कविगण खूब भींगे। श्रोता के रूप में पीएल सोनी, एनके शर्मा, एलआर यादव, दुर्गा प्रसाद श्रीवास, अंगूरी देवी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हरगोविंद ताम्रकार व आभार प्रदर्शन संगीता सरगम ने किया।