आत्मानंद विद्यालय अरदा में मनाया गया विश्व गणित दिवस
कोरबा। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी मध्य विद्यालय अरदा में श्रीनिवास रामानुजन के जन्म दिन को विश्व गणित दिवस के रूप में मनाया गया। गणित के छात्र राघवेंद्र व अमित कुमार द्वारा गणित स्टॉल का आयोजन किया गया। कक्षा दसवीं के छात्र रोशनी तथा सत्येंद्र द्वारा गणित दौड़ प्रतियोगिता में भाग लिया गया। इसके अतिरिक्त कक्षा 5 से शिवानी तथा शुभम के द्वारा गणित गुणा प्रतियोगिता में भाग लिया गया। इसमें शिवानी व सत्येंद्र ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस अवसर में सर्वप्रथम गणित की भाषा के रूप में त्रिभुज के शीर्ष रूपांतरण प्राचार्य डी लाल ने प्रस्तुत किया। श्रीनिवास रामानुजन के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुभारंभ किया गया। इस अवसर में बच्चे 11वीं विज्ञान संकाय से आराधना पूजा दुर्गेश्वरी के द्वारा वर्ग त्रिभुज घन घनाभ बेलन शंकु का निर्माण किया गया। बच्चों के द्वारा त्रिकोणमिति सूत्र का चार्ट प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में स्वागत गीत प्रियंका कोशिज्ञा रीना और साथी के द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। मंच व्यवस्था प्रवीण सिंह राजपूत, केएस कंवर के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रकाश पडवार द्वारा किया गया। इसमें हमारे सभी भाषाओं की उत्पत्ति का मूल स्त्रोत है। इस संबंध में संस्कृत के व्याख्याता सुषमा सिंह के द्वारा कैसे संस्कृत से गणित की उत्पत्ति हुई, यह बताया गया। बीज सूत्र के रूप में संस्कृत का प्रयोग गणित के लिए किया गया। इस संदर्भ पर हमारे प्राचार्य ने गणित दिवस की शुभकामनाएं देते हुए गणित का बच्चे और समाज का गहरा संबंध होना बताया। बिना गणित हमारा आधार निराधार होता है। सुबह से लेकर शाम तक गणित का ही हम प्रयोग करते हैं। इस अवसर पर हमारे गणित के व्याख्याता डी आर खूंटे ने कहा कि गणित विषय में गहन अध्ययन कर इस विषय की पारंगत हासिल किया जा सकता है। विजय भूषण तिर्की ने कहा कि रामानुजन की जीवन शैली से पता चलता है कि हमें कैसे अपनी पहचान गणित के क्षेत्र में उसे बुलंदी को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। हमारी प्रतिभा पर किसी की नजर पड़ते ही हम आगे बढ़ जाते हैं। ऐसे ही रामानुज हमारे गणितज्ञ थे। बच्चों को इस क्षेत्र में आगे बढऩा चाहिए। इस अवसर पर संचालन आरती साहू एसके साहू मंजूला मंजूषा नायर और कौशिल्या खुराना, कंचन लता के द्वारा किया गया। इस बीच मीठा रसपान अमृत सरिता महंत द्वारा कराया गया। मुख्य कोरियोग्राफर जगन्नाथ पैकरा द्वारा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की रूपरेखा प्रवीण सिंह राजपूत तथा भौतिक शास्त्र व्याख्याता प्रीतम लाल राजवाड़े द्वारा रखा गया।