जहर सेवन से युवती की हुई मौत
कोरबा। युवती को ठंडा पीने की इच्छा हुई। उसकी तबीयत घर में रखे स्प्राइट को पीते ही बिग? गई। उसे संजीवनी एक्सप्रेस की मदद से इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल दाखिल कराया गया, जहां आठ दिनों तक चले उपचार के बाद युवती की मौत हो गई। अस्पताली मेमों के आधार पर पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई पूरी कर ली है। करतला थानांतर्गत ग्राम औराई में हीरासाय धनवार 60 वर्ष निवास करता है। उसके साथ पत्नी साधिन बाई व 21 वर्षीय पुत्री कुमारी शांति के अलावा मंझली पुत्री धनाई बाई अपने पति संतन धनुहार के साथ रहती है। हीरासाय अपनी पत्नी के साथ 28 दिसंबर को काम में सिलसिले में रैनखोल चला गया। घर मे उसकी पुत्री शांति ही थी। 31 दिसंबर को पड़ोस में रहने वाले रामेश्वर रैन खोल पहुंचा। उसने हीरासाय को उसकी छोटी बेटी की तबीयत ठीेक नही होने की जानकारी दी। यह खबर मिलते ही पति पत्नी गांव लौटे, जहां पता चला कि शांति की हालत गंभीर होने पर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल दाखिल कराया गया है। दंपत्ती भागते हुए अस्पताल पहुंचे, जहां शांति का उपचार आईसीयू में चल रहा था। उसने आठ दिनों तक चले इलाज के बाद सोमवार की सुबह दम तोड़ दी। मेमों के आधार पर अस्पताल पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई पूरी की। पुलिस को प्रारंभिक जांच में जानकारी मिली है कि शांति ने शीतल पेय समझ घर में रखे स्प्राइट की बोतल में रखे किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर ली थी। जिससे उसकी तबीतय बिगड़ी थी। बहरहाल पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई उपरांत शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। मामले में जांच उपरांत युवती के आत्मघाती कदम उठाने की वजह स्पष्ट होगी। युवती की मौत के बाद परिजनों का बयान भी दर्ज किया गया है। सूत्रों की मानें तो अस्पताल पुलिस ने मेमो मिलने पर मृत्यु पूर्व बयान दर्ज की थी। इस दौरान युवती ने ठंडा पीने की इच्छा होने पर घर में रखे स्प्राइड को पीने के बाद सेहत बिगडऩे की बात कही थी। जिसकी जानकारी उसने अपने दीदी जीजा को देने और जीजा के द्वारा संजीवनी एक्सप्रेस की मदद से अस्पताल पहुंचाने की जिक्र की है। इधर जीजा ने घटना के दौरान काम के लिए उरगा जाने और बहन गांव के ही दुकान सामान लेने जाने की बात कह रही है।