सीपेट की ट्रेनिंग पूर्ण कर 22 होनहार बेटियों ने हासिल की नौकरी, करियर को ऊंची उड़ान देने 18 स्टूडेंट्स ने चुनी उच्च शिक्षा की राह
कोरबा। महिला सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ चढक़र भागीदारी देते हुए अग्रणी भूमिका निभा रहे एसईसीएल ने अपनी पहल से एक और सफलता अर्जित की है। एसईसीएल के तत्वावधान में 40 छात्राओं के बैच ने सिपेट की ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरा किया। इनमें से 22 उम्मीदवारों ने अपनी प्रतिभा साबित करते हुए प्लेसमेंट के जरिए अपनी नौकरी पक्की की है,जबकि 18 होनहार गर्ल्स ने अपने करियर को ऊंची उड़ान पर ले जाने आगे उच्च अध्ययन का विकल्प चुना है।कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत इस उपलब्धि से गर्वित महसूस कर रहे एसईसीएल का मानना है कि यह प्रयास बालिकाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत एसईसीएल द्वारा समर्थित केंद्रीय पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी रायपुर में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। छात्राओं के इस बैच ने अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया। केंद्रीय पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी रायपुर में आयोजित इस कार्यक्रम के सफल समापन की घोषणा करते हुए एसईसीएल गर्व महसूस कर रहा है। एसईसीएल चैंपियंस महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए 40 छात्राओं ने भागीदारी दर्ज कराई और प्रशिक्षण के बाद इनमें से 22 ने अपनी नौकरी सुरक्षित की है। शेष 18 छात्राओं ने आगे उच्च शिक्षा का विकल्प चुना है। इन छात्राओं की उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए एक विशेष समापन समारोह आयोजित किया गया। एसईसीएल ने विश्वास जय है कि स्नातक स्तर पूर्ण की गई 40 लड़कियों के बैच में शामिल प्रतिभागियों के लिए आत्मनिर्भरता के मार्ग पर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।