हसदेव नदी और जंगल बचाने निकाली गई पदयात्रा
कोरबा। हसदेव नदी और इससे लगे जंगल को बचाने के लिए हसदेव बचाओ पदयात्रा शुरू हुई है। यह यात्रा रविवार को 10 बजे खहरिया से शुरू हुई। गांव के लोग इसमें शामिल हो रहे हैं और ग्रामीण एकजुटता का संदेश दे रहे हैं। इस यात्रा में किसान महासभा और भूविस्थापित किसान संघ के पदाधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। किसान सभा की ओर से बताया गया है कि यात्रा बिलासपुर के नेहरू चौक से 24 नवंबर को शुरू हुई थी। यात्रा का आज आठवां दिन है। इस दिन यात्रा में शामिल लोग एसईसीएल की कोयला खदान से प्रभावित ग्राम खहरिया में रूके। रात भर यहां ठहरने के बाद यात्रा आगे के लिए रवाना हुई। संघ की ओर से बताया गया है कि यात्रा में शामिल लोग पैदल चल रहे हैं। यात्रा सर्वमंगला मंदिर होते हुए ट्रांसपोर्टनगर के रास्ते सीएसईबी चौक पहुंचेगी। समिति हसदेव नदी बचाओ यात्रा में शामिल होने के लिए लोगों को अपने साथ जोड़ रही है। गौरतलब है कि किसान सभा के बैनर तले कोयला खदान से प्रभावित ग्रामीण एकजुट होकर अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। इसमें सबसे प्रमुख मांग खदान प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्य के साथ-साथ प्रभावित लोगों के लिए रोजगार व पुनर्वास बड़ा मामला है। ग्रामीण पूर्व में अधिग्रहित की गई उस जमीन को भी वापस करने की मांग कर रहे हैं जिसका अभी तक कोयला कंपनी की ओर से इस्तेमाल नहीं किया गया है और इसकी मियाद पूरी हो चुकी है।