एनीमिया पीडि़ता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, बच्चों को पड़ोसी के घर छोडक़र दिया घटना को अंजाम

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एनीमिया पीडि़ता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, बच्चों को पड़ोसी के घर छोडक़र दिया घटना को अंजाम

कोरबा। एनीमिया पीडि़ता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना वार्ड क्रमांक 29, मुड़ापार संतोषी कुट्टी की है। यहां 26 वर्षीय कृष्णा चौहान अपने पति राकेश चौहान और दो छोटे बच्चों के साथ रहती थी। राकेश मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। घटना के दिन सुबह वह काम पर निकल गया था। घर में कृष्णा और उसके 5 साल की बेटी तथा 11 महीने का बेटा मौजूद थे। देर शाम कृष्णा ने अपने दोनों बच्चों को पास ही रहने वाली अपनी सहेली के घर छोड़ दिया और अकेले घर लौट आई। जब काफी देर बाद भी वह बच्चों को लेने नहीं पहुंची तो सहेली को चिंता हुई। वह बच्चों को लेकर कृष्णा के घर पहुंची, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। खिडक़ी से झांकने पर देखा कि कृष्णा फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी।इसके बाद आसपास के लोग इक_ा हो गए और तुरंत पुलिस और पति को सूचना दी गई। मौके पर मानिकपुर चौकी प्रभारी और तहसीलदार पहुंचे। शव का पंचनामा कर आगे की कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस ने मृतका के मायके पक्ष को भी बुलाकर बयान दर्ज किए। परिजनों ने बताया कि कृष्णा पिछले एक साल से बीमार थी और खून की कमी (एनीमिया) से जूझ रही थी। उसका इलाज जिला मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। पति राकेश ने भी बताया कि उसकी पत्नी की तबीयत कुछ समय से लगातार बिगड़ रही थी, जिससे वह मानसिक रूप से भी काफी परेशान रहने लगी थी। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण बीमारी से उत्पन्न मानसिक तनाव बताया जा रहा है।

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