दो सूत्रीय मांग नहीं हुई पूरी, भू विस्थापितों में आक्रोश, कोयलाधानी भू विस्थापित किसान संघ ने दी 19 से चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी
कोरबा। विजयनगर सामुदायिक भवन में कोयलाधानी भू विस्थापित किसान संघ की बैठक संघ के केंद्रीय अध्यक्ष और कोयला मजदूर पंचायत (एचएमएस) केंद्रीय उपाध्यक्ष गजेंद्र पाल सिंह तंवर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई द्य पूर्व में संघ ने एसईसीएल गेवरा महाप्रबंधक को दो मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था द्य जिसमें गेवरा में मिट्टी उत्खनन और कोयला उत्खनन के कार्य के लिए आई आउट सोर्सिंग कंपनी पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड में भूविस्थापितों और स्थानीय बेरोजगारों, मजदूरों को समायोजित करने की मांग शामिल थी। पूर्व के भूविस्थापित और प्रभावित गांवों जूनाडीह, बिनझरा, खुसरुडीह, धुरेना, सिरकी, गांधीनगर, विजयनगर के भूविस्थापितों को भूविस्थापित प्रमाण पत्र प्रदाय करना और वैकल्पिक रोजगार में उनकी प्राथमिकता का क्रम तय करना, स्थानीय बेरोजगारों और मजदूरों को वैल्पिक रोजगार में प्राथमिकता देने की मांग रखी गई थी। संगठन के इस पत्र के माध्यम से 14 सितंबर को गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के सभाकक्ष में बैठकआयोजित की गई थी, लेकिन किसी भी मांगों पर सार्थक वार्ता नहीं हो पाई। बैठक के दौरान ही संगठन के अध्यक्ष गजेंद्र पाल सिंह तंवर ने आने वाले समय में आंदोलन की घोषणा की और गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के घेराव की बात कही। अपनी 2 मांगों को लेकर विजयनगर में बैठक आयोजित की गई। सैकड़ों भूविस्थापितों और स्थानीय बेरोजगारों ने आंदोलन की रणनीति तैयार की। इसी क्रम में 19 सितंबर को सैकड़ों भूविस्थापितों, स्थानीय बेरोजगारों द्वारा कोयला धानी भू विस्थापित किसान संघ के नेतृत्व में रैली की शक्ल में ज्ञापन सौंपा जाएगा। आगामी 7 अक्टूबर को गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आगे कोई सकारात्मक पहल नहीं होती है तो संगठन अपने आंदोलन का विस्तार करेगी द्य बैठक में प्रमुख रूप से सोनू चौहान, विजयंत कुमार, इंद्रपाल सिंह ,दया सोनी, अजय कंवर, दिलीप कंवर, प्रकाश गुप्ता दुबे कंवर, दुर्गेश कैवर्त्य, साहिल दास, मया राम, राय सिंह, मनोज केवट, मिलाप दास,आदित्य उपस्थित थे।