बिजली बिल में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन, भाकपा पदाधिकारियों ने सौंपा ज्ञापन
कोरबा। बिजली बिल में बढ़ोतरी के खिलाफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। भाकपा पदाधिकारियों ने इस संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए आम नागरिकों को राहत देने की मांग की है। सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ राज्य आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जहां किसान, श्रमिक, छोटे व्यापारी निवासरत हैं। छत्तीसगढ़ राज्य इस्पात और विद्युत कोयले का प्रमुख केंद्र है। इस राज्य को धान का कटोरा भी कहते हैं। क्षेत्र में 80 फीसदी कार्यबल कृषि से जुड़े हैं।छत्तीसगढ़ में वर्ष 2023 के पहले की सरकार द्वारा किसान श्रमिक, छोटे व्यापारी, आमजन का ख्याल रखते हुए बिजली बिल दरों में वृद्धि किए बिना ही राहत भरी सुविधा दी थी, मौजूदा सरकार को आए हुए 2 वर्ष भी नहीं हुए बिजली दरों में वृद्धि के साथ-साथ पूर्व सरकार द्वारा दिए जा रहे बिजली बिल दरों से संबंधित सुविधा को बंद कर दिया गया है।जिसके कारण किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी आमजन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि बिजली बिल में किए गए वृद्धि को वापस लिया जाए तभी छत्तीसगढ़ जनता के साथ न्याय संगत होगा।