खदान में नहीं मिल रही पार्किंग की पर्याप्त जगह, कोरबा कुसमुंडा पर लगता है जाम
कोरबा। कुसमुंडा की सडक़ पर लगने वाले जाम का बड़ा कारण कोयला परिवहन करने वाली गाडिय़ां हैं। इन गाडिय़ों की पार्किंग सडक़ पर होती है। जाम से छुटकारा तब ही मिल सकेगी जब प्रबंधन खदान के भीतर कोयला परिवहन करने वाली गाडिय़ों की एंट्री कराए और बड़ा पार्किंग स्थल पर खड़ा करे। हालांकि प्रबंधन की ओर से कुसमुंडा में कुछ स्थान पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जो जरुरत से कम है। इस पार्किंग में बड़ी मुश्किल 100 से 150 गाडिय़ां खड़ी हो सकती है। कुसमुंडा क्षेत्र में मुख्य मार्ग पर लगने वाली जाम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों को कोरबा की ओर आने जाने में दिक्कत हो रही हैं। स्कूली गाडिय़ां भी फंस रही हैं।जाम की रोकथाम करने के लिए एसईसीएल प्रबंधन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जाम का सबसे बड़ा कारण कोयला परिवहन करने वाली गाडियां हैं। बताया जाता है कि वर्तमान में कुसमुंडा खदान के स्टॉक से सडक़ मार्ग के रास्ते कोयला ढोने के लिए ट्रांसपोर्टरों के बीच होड़ मची है। रोजाना 500 से 600 ट्रेलर पहुंच रही है। जबकि गेट से खदान में घुसने के लिए कुसमुंडा प्रबंधन लगभग 300 गाडिय़ों को रोजाना टोकन दे रहा है। लगभग इतनी ही गाडिय़ों को खदान में घुसने के लिए अनुमति नहीं मिल रही है। ये गाडिय़ां गेट के बाहर सडक़ पर लग रही हैं। सडक़ पर गाडिय़ों की लाइन इतनी लंबी हो रही है कि कुसमुंडा थाना चौक, इमलीछापार तक जाम हो रहा है। बांकीमोंगरा और दीपका की ओर आने जाने वाले लोग भी परेशान हो रहे हैं। सडक़ पर छोटी बड़ी सवारी गाडिय़ों को चलने के लिए जगह नहीं मिल रही है। बड़ी मुश्किल से बाइक निकल रही है। कई बार सर्वमंगला मंदिर तक की सडक़ पर कोयला लोड गाडिय़ां खड़ी हो जाती है। इससे समस्या और गंभीर हो जाती है।
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समस्या का खोजना होगा स्थायी हल
सडक़ पर खड़ी गाडिय़ों के खिलाफ कुसमुंडा पुलिस ने कार्रवाई शुरू की है। गाडिय़ों को जब्त कर चालान कर रही है। मगर पुलिस की यह कार्रवाई समस्या का स्थाई समाधान नहीं है। इसके लिए प्रशासन के साथ मिलकर प्रबंधन को पहल करने की जरुरत है ताकि सडक़ पर कोयला लोड या खाली गाडिय़ां खड़ी नहीं हो सके। इन गाडिय़ों की पार्किंग की व्यव्स्था खदान के भीतर होनी चाहिए। खदान की सडक़ों के कारण अन्य क्षेत्रों में भी परेशानी हो रही है। कुसमुंडा के साथ दीपका की स्थिति भी खराब है।