ट्रेन दुर्घटनाओं अंकुश लगाने की कवायद, 600 किलोमीटर रेल लाइन को कवच से किया जाएगा सुरक्षित, प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजा
कोरबा। देशभर में लगातार हो रही ट्रेन दुर्घटनाओं ने सभी जोन प्रशासन को सख्ते में डाल दिया है। बिलासपुर जोन में ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है, इसलिए यहां भी दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इसे रोकने के लिए एसईसीआर प्रशासन ने 600 किलोमीटर रेल लाइन को कवच से सुरक्षित करने के लिए प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड को भेजा है। बोर्ड की मंजूरी के बाद कवच सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे दो ट्रेनों में आमने-सामने की टक्कर नहीं होगी। बिलासपुर जोन के अलग-अलग विभाग के अफसरों ने सर्वे का काम पूरा करने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। कवच सिस्टम 600 किलोमीटर रेलवे लाइन में अप एवं डाउन दोनों ही दिशाओं में लगाया जाएगा। इसके अलावा जोन के सभी इंजनों में भी कवच सिस्टम लगाए जाएंगे, तभी यह सिस्टम काम कर पाएगा। कवच नामक आटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन प्रणाली रेलवे ने विकसित की है। कवच ट्रेनों के संचालन की हर पल निगरानी करेगा। यदि ड्राइवर कहीं स्पीड कंट्रोल करना या ब्रेक लगाना भूल जाता है तो कवच का ब्रेक इंटरफेस यूनिट ट्रेन को स्वचालित रूप से कंट्रोल कर लेता है। इस प्रणाली के लिए पूरे सेक्शन में वायरलेस कम्यूनिकेशन स्थापित किए जाएंगे। सभी स्टेशनों व सभी इंजनों में डिवाइस लगाए जाएंगे, जिससे ट्रेन का इंजन संपूर्ण ट्रैक में लगे हुए रेडियो फ्रिक्वेन्सी टैग के जरिए ट्रैक व सिग्नल से संबंधित विवरण प्राप्त करता है।