महापौर के वार्ड में दुर्गति का आलम, पंप हाउस में कांग्रेस के कार्यकर्ता नाराज: हितानंद
कोरबा। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में अभी कुछ माह का समय शेष बचा है और ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे है। 10 वर्षो में कांग्रेस के पार्षद पंप हाउस की सूरत नही बदल पाए। पार्षद और वर्तमान महापौर 10 वर्षो तक पंप हाउस में काबिज रहे, लेकिन पंप हाउस की जनता का ख्याल उनको नहीं रहा। पंप हाउस में लोगों के आशियाने उजाडऩे में महापौर का हाथ है। फिर वो नाला निर्माण में हो या अटल आवास की मरम्मत में हो, पंप हाउस में काबिज लोगों को दादर तक भेजने की तैयारी महापौर ने कर रखी थी जिसका विरोध भी किया गया। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पट्टा वितरण और मकान को लेकर कोलेक्ट्रोरेट का घेराव भी किया गया था। जिसके दबाव में कांग्रेस ने फर्जी पट्टा वितरण किया था। उक्त आरोप नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने लगाया है। उन्होंने कहा कि फर्जी जाति वाले महापौर कोरबा की भोली भाली जनता को दूषित पानी पिलाकर रोग से ग्रसित करवाना चाहते थे। हसदेव नदी के तट पर पानी पंप लगाया गया है, लेकिन पंप हाउस ट्रांसपोर्ट नगर का पानी नदी में मिल रहा था। जिसपर आवाज उठाया गया था। वह भी लाखो रुपए का भ्रष्टाचार महापौर ने किया। होम पाइप के जरिए पानी को हसदेव नदी के स्टाप डेम के बाहर छोडऩे बनाया गया था जो पूरी तरह तबाह और बरबाद हो गया है। नाले के निर्माण नही होने से लोगों के आशियाने उजड़ रहे हैं। हितानंद ने कहा कि कोरबा की जनता के जान के साथ महापौर हमेशा खिलवाड़ करते आए हैं और निगम के पैसे का पूर्णत: दुरुपयोग किया है, फिर वो सडक़ हो, गंदगी से भरी नाली हो, या सडक़ों को छाया अंधकार हो। महापौर को सिर्फ कमीशन से मतलब है और दूसरों पर कीचड़ उछालने से। उन्होंने कहा कि महापौर अब तो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दो। उनके वार्ड की जनता और पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी महापौर पर आरोप लगा दिए हैं।